मंगलवार को मोबाइल ऐप आधारित कैब सेवा प्रदाता कंपनी ओला ने यह कहा कि उसके ड्राइवर पार्टनर अभी यात्रा शुरू करने से पहले ही अपने मोबाइल पर यह देख सकेंगे कि यात्री को कहां जाना है तथा वो पेमेंट ऑनलाइन माध्यम से या फिर नगदी से करेगा। इसका फायदा ये होगा कि उसे अगर राइड कैंसिल भी करना है तो वह तुरंत कैंसिल कर देगा एवं यात्री को इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। मंगलवार को ओला के संस्थापक भावीश अग्रवाल ने एक ट्वीट के माध्यम से यह बताया कि ड्राइवर द्वारा राइट कैंसिल किया जाना मोबाइल ऐप पर आधारित इस पूरे उद्योग की बहुत बड़ी समस्या है। इसे कंपनी खत्म करना चाहती है।
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ओला कैब या फिर बाइक बुक कराने वालों को अक्सर ये एक सा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वो यह है कि बुकिंग कंफर्म हो जाने के बाद से भी कई ड्राइवर पिकअप लोकेशन पर पहुंचने से पहले ही यात्री को फोन करके पूछते हैं कि उन्हें कहां पर जाना है तथा उन्हें पेमेंट कैसे मिलेगा या फिर ऑनलाइन। यात्री का जवाब मिलने के बाद से कई बार तो कई ड्राइवर ये कह कर मना कर देते हैं कि उसे उस आमुख लोकेशन पर नहीं जाना है और तो और कई बार तो ये कह कर कि उन्हें पेमेंट नगद ही चाहिए।
कई बार तो ऐसा होता है कि ड्राइवर ये सवाल यात्री की लोकेशन पर पहुंच जाने के बाद करते हैं फिर उसके बाद से मनचाहा जवाब नहीं मिलने पर राइड कैंसिल कर देते हैं। इसकी बात से तो बुकिंग चाहे ड्राइवर रद्द करें या फिर यात्री बाद में नुकसान तो सिर्फ यात्री का ही होता है, क्योंकि उसे फिर नए सिरे से बुकिंग करनी पड़ती है। कई बार तो ऐसा होता है कि इन्हीं वजह से दोबारा तथा तीसरी बार बुकिंग करने तथा रद्द होने की स्थिति में यात्री का इतना समय बर्बाद हो जाता है कि उसकी फ्लाइट या फिर ट्रेन मिस होने तक की नौबत आ जाती है। अगर अभी की व्यवस्था की बात करें तो ड्राइवर को यह जानकारी तब मिलती है। जब यात्री गाड़ी पर बैठ जाता है तथा ड्राइवर को ओटीपी यानी कि वन टाइम पासवर्ड बताता है।