New Rules of Tyre: सरकार लगातार ही देश में सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। पहले कारों में एयर बैग को अनिवार्य बनाया गया। फिर इनकी संख्या बढ़ाकर छह कर दी गई। हालांकि अब सरकार ने टायरों के डिजाइन से जुड़े नए नियम भी जारी कर दिए हैं। 30 मई 1 अक्टूबर 2022 से इन्हे नए डिज़ाइन के टायर ही मिलेंगे। जबकि 1 अप्रैल 2023 से हर गाड़ी में इन्हीं डिजाइन के टायर देना अनिवार्य होगा।
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नए नियम के अनुसार अब टायरों के लिए तीन प्रमुख कैटेगरी C1, C2 & C3 बनाई जाएंगी। यह सभी आटोमोटिव इंडियन स्टैंड (एआईएस) के दूसरे स्टेज के अंतर्गत अनिवार्य होंगी। हालांकि इसके लिए मोटर वाहन अधिनियम में 10 मे संशोधन का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। सरकार ने फ्यूल एफिशिएंसी के हिसाब से टायरों की स्टार रेटिंग का भी एक सिस्टम बनाया है।
अभी हाल ही में टायर कंपनी Michelin ने यह ऐलान किया था कि उसने भारत के नए स्टार रेटिंग सिस्टम के हिसाब से देश में पहली बार 2 टायर लांच किए हैं।
इसके अलावा भी टायरों के कई नए मानक भी तय होंगे। जैसे Rolling Resistance, Wet Grip & Rolling Sound Emissions के मानक बनाए गए हैं। टायरों के नए मानक सड़क पर उनके घर्षण, गीली सड़क पर पकड़ तथा तेज गति में कंट्रोल के साथ ही साथ चलने के दौरान कितनी आवाज आती है। इन्हीं सब के आधार पर इस को सुरक्षित बनाएंगे।
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टायरों के नए मानक से ग्राहकों को भी कई फायदे होंगे। सबसे बड़ा फायदा इससे यह होगा कि विदेशों से घटिया क्वालिटी के टायर इंपोर्ट पर भी रोक लगेगी। अभी भारत में चीन से सबसे बड़े पैमाने पर टायरों का आयात किया जाता है। हालांकि इससे दूसरा फायदा यह होगा कि उन्हें टायर की रेटिंग के आधार पर उनकी क्वालिटी पहचानने में आसानी होगी। नए डिज़ाइन के कारण से उन्हें सड़क पर टायरों से बेहतर ग्रिप मिलेगा तथा टायरों की क्वालिटी भी पहले से अच्छी होगी।
मौजूदा वक्त में बहुत सारी कंपनियां टायर के बिजनेस में है। टायरों की गुणवत्ता के लिए बीआईएस नियम है। लेकिन इससे ग्राहकों को ये नहीं पता चलता है कि उन्हें कौन सा टायर खरीदना चाहिए। यानी कि यह नियम लोगों को टायर खरीदने में मददगार साबित नहीं होता है। ऐसे में सरकार टायरों के लिए स्टार रेटिंग ला रही है। जिससे कि टायर खरीदने का फैसला आसानी से लिया जा सके।