Navneet Rana: ग्लैमर और पॉलिटिक्स का पुराना रिश्ता रहा है। बहुधा ग्लैमर ने अन्य क्षेत्रों की भांति पॉलिटिक्स में भी अपने लिए जगह बना रखी है। भारतीय राजनीति में कई उदाहरण मिल जाएंगे जिन्होंने ग्लैमर के दम पर न सिर्फ सत्ता हथियाई बल्कि लंबे समय तक शासन भी किया । फिल्मों से पॉलिटिक्स में आईं नवनीत कौर उर्फ नवनीत राणा की कहानी भी फिल्मी कहानी से कम नहीं है । आजकल नवनीत राणा सुर्खियों में हैं। वजह है उनका महाराष्ट्र के cm उद्धव ठाकरे को चुनौती देना ।
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अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा चर्चा का विषय तब बनीं जब उन्होंने शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए उनके आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया। वैसे तो नवनीत राणा का यह निर्णय सिर्फ चर्चा में आने और लाइम लाइट पाने का एक जरिया माना जा रहा लेकिन राजनीति को करीब से जानने-समझने वाले बखूबी जानते हैं कि ऐसे ही मुद्दों से न जाने कितने गुमनाम नेता राष्ट्रीय पटल पर आ गए ।
महाराष्ट्र की राजनीति तो प्रायः ऐसे ही मुद्दों से अपने नेता चुनती रही है । फिर वह चाहे बाला साहेब हों, राज या उद्धव ठाकरे हों या समूची शिवसेना ही क्यों न हो। जिस राजनीति के तहत पिछले दिनों मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर विवाद छेड़ा उसी राजनीति को आगे बढ़ाते हुए निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने ऐलान कर दिया कि वह मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ेंगे ।
उन्होंने कहा ,” हम श्री राम और हनुमान जी के भक्त हैं और महाराष्ट्र की उन्नति के लिए आज शनिवार के दिन मातोश्री जाकर हनुमान चालीसा पढ़ेंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद से शनि लगा हुआ है । आज शनिवार का दिन है और हम शांति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।” उनके इस ऐलान की देर थी कि महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया। सैकड़ों शिवसेना के कार्यकर्ता Navneet Rana और रवि राणा के मातोश्री पहुंचने से पहले ही राणा दम्पति के आवास पर आ धमके और प्रदर्शन करने लगे।
यही नहीं पुलिस के रोकने के बावजूद कार्यकर्ता उग्र होकर राणा दम्पति के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और हनुमान चालीसा का भी पाठ करते रहे।
शिवसैनिकों के बढ़ते विरोध और प्रदर्शनों के चलते जब राणा दम्पति अपने ही आवास में घिर गए तब उन्होंने लाचार होकर यह कहते हुए कि अगले दिन PM मोदीजी की रैली महाराष्ट्र में होने के चलते वह मातोश्री नहीं जाएंगे क्योंकि वह राज्य में अराजकता नहीं चाहते,इसलिए उन्होंने मातोश्री जाकर हनुमान चालीसा पढ़ने का विचार त्याग दिया।
ग्लैमरस छवि की Navneet Rana का जन्म 3 जनवरी 1986 को मुंबई में हुआ था । उनके माता-पिता पंजाबी मूल के हैं । आर्मी ऑफिसर के घर जन्मी नवनीत ने 12 th के बाद पढ़ाई छोड़ मॉडलिंग करने लगी थीं । उनका लक्ष्य फिल्मों के रास्ते करियर बनाने पर था और इसी ओर बढ़ते हुए उन्होंने एक के बाद एक 6 म्यूजिक एल्बम किये। कन्नड़ फ़िल्म दर्शन से फिल्मी करियर की शुरुआत करते हुए उन्होंने कई तेलगु फिल्मों में काम किया। धीरे धीरे वह स्थापित होने लगीं और 2005 में जगप्थी, चेतना,गुड बॉय आदि फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस काम किया । नवनीत ने मलयालम और पंजाबी फिल्मों में भी काम किया।
Navneet Rana फिल्मों के साथ ही योगा पर भी ध्यान देती रहीं हैं । इसी क्रम में वह बाबा रामदेव के योग शिविरों में जाती रहीं । इन्ही योग कार्यक्रमों में उनकी मुलाकात बडनेरा से निर्दलीय विधायक रवि राणा से हुई । जान पहचान बढ़ती गयी और दोनो एक दूसरे को दिल दे बैठे। कहा जाता है कि नवनीत की मुलाकात रवि से बाबा रामदेव ने ही करवाई। खैर,सच्चाई जो हो, 2 फरवरी 2011 को एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दोनों ने शादी कर ली।
शादी के बाद नवनीत ने फिल्मी करियर को अलविदा कह कर पति रवि के साथ सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने लगीं । रवि राणा 3 बार के विधायक हैं। माना जाता है कि अपने खुले स्वभाव के चलते नवनीत ने राजनीति में बहुत जल्द अपनी पकड़ बना ली।
पति रवि राणा के विधायक होने के चलते Navneet Rana भी जल्द ही राजनीति में सक्रिय हो गईं। 2014 के लोकसभा चुनावों में वह अमरावती से राकांपा से चुनाव लड़ीं लेकिन हार गईं । इन चुनावों में वह विवादों में भी रहीं और उनके नाम पर खूब कीचड़ उछाला गया। जाति प्रमाण पत्र को लेकर विपक्षी दलों ने उनपर आरोप लगाए। मामला अदालत भी पहुंचा था। फिलहाल 2019 के लोकसभा चुनावों में वह अमरावती से निर्वाचित निर्दलीय सांसद हैं और सदन में जनहित के मुद्दे बढ़-चढ़ कर उठाती हैं। नवनीत-रवि की युवा स्वाभिमान नाम की पार्टी भी है ।
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सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । खबरों के मुताबिक पुलिस ने राणा दम्पति को मातोश्री न जाने को लेकर भी आगाह किया था लेकिन तब उन्होंने पुलिस की एक नहीं सुनी । हालांकि बाद में शिवसेना के कार्यकर्ताओं के हुड़दंग की वजह से उन्हें मातोश्री जाकर हनुमान चालीसा पढ़ने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था । पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर नवनीत राणा ने कहा,” पुलिस उद्धव ठाकरे के इशारे पर काम कर रही है । लेकिन हम महाराष्ट्र के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। यह शिवसेना बाला साहेब की शिवसेना नहीं है। अब इसमें गुंडे मवाली भरे हुए हैं ।”
मुंबई पुलिस ने राणा दम्पति को गिरफ्तार कर खार पुलिस स्टेशन ले गयी जहां उन्हें 153A (धार्मिक कार्यों के नाम पर शांति भंग की कोशिश करना) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।