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Narmada River: बुधवार को नर्मदा नहर का जल महल के जरिए गुजरात के कच्छ के मांडवी पहुंचाया गया था।यहां पानी पहुंचने की खुशी में लोगों ने जमकर जश्न मनाया था।लेकिन कुछ ही समय में खुशियां उदासी में बदल गईं,जब 24 घंटे बाद ही नर्मदा नहर का एक हिस्सा टूट कर बह गया। इसके चलते कई गांव के खेतों में पानी भर गया तथा कई गांव में भी जलभराव की खबरें सामने आई हैं।
ग्रामीणों की खुशी उस वक्त शोक में बदल गई जब खेत और गांव पानी में डूब गए। लोगों ने आरोप लगाया है कि नर्मदा कैनाल बनाने में भ्रष्टाचार किया गया है। इलाके के लोग आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि नहर बनने के 24 घंटे के अंदर ही कैसे टूट सकती है?
कच्छ को आमतौर पर बंजर जमीन का शहर के तौर पर देखा जाता है। यहां कई किलोमीटर तक लोगों को पानी की बूंद बूंद के लिए रोजाना सफ़र करना पड़ता है। लेकिन बुधवार को नर्मदा कैनाल के द्वारा पानी मोडकुब पहुंचाया गया था। पानी पहुंचने की खुशी में लोगों ने जश्न मनाया था। जल का स्वागत लोगों ने धूमधाम से पूजा-अर्चना करके किया था।
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कच्छ तक नर्मदा नदी के पानी को नहर के जरिए पहुंचाने का यह सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर देखा था। 2017 विधानसभा चुनाव के पूर्व कच्छ के अंदर नर्मदा का पानी पहुंचाने के उद्देश्य से एक बड़ा पंपिंग स्टेशन भी लगाया गया था।
मुख्यमंत्री पटेल ने ट्वीट करके कच्छ के मोडकुबा में पानी पहुंचने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अटल विश्वास और विकास परियोजनाओं का परिणाम है।