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MS Dhoni घुटनों का इलाज कराने पेड़ के नीचे बैठने वाले वैध के पास पहुंचे, जानिए उसके बारे में

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MS Dhoni: ज्यादातर लोग कामयाबी की बुलंदियों तक पहुंचने के बाद से खुद का नाता जमीन से तोड़ लेते हैं। ऐसे बहुत ही कम सितारे होंगे जिन्हें आपने सड़क पर कुछ खाते, टहलते या फिर कोई सामान खरीदते देखा होगा। इनकी एक अलग ही दुनिया होती है। जिसे आम आदमी एक सपने की तरह देखता है। लेकिन इनमें से कुछ सितारे चमकने के बाद भी जमीन से जुड़े होते हैं।

कैप्टन कूल सितारों में से एक हैं

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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान MS Dhoni भी उन्हीं सितारों में से एक हैं। जिसकी हमेशा इस बात के लिए सराहना होती है कि यह जहां से आए हैं। आज भी उस जगह के लिए वैसे ही हैं। जैसा कि अभी हाल ही का मामला देख लीजिए। किसी भी सितारे को अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है तो वह बड़े डॉक्टर के पास जाता है। कई सितारे तो इलाज के लिए सीधा विदेश चले जाते हैं। लेकिन कैप्टन कूल ने कुछ बहुत ही अलग किया है।

घुटनों का इलाज पेड़ के नीचे करा रहे थे


विश्व विजेता टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी रांची के 10 माइल के निकट रहने वाले एक लोकल वैध से दवा लेते हुए देखे गए। वो इन वैध की जड़ी बूटियों से तैयार दवा का सेवन कर रहे हैं। एनबीटी के रवि सिन्हा की रिपोर्ट के मुताबिक बीते दिनों m.s. धोनी एक सामान्य व्यक्ति की तरह झारखंड की राजधानी रांची के लगभग 62 किमी दूर लापुंग प्रखंड के कातिंगकेला गांव पहुंचे। यहां पर बाबा वैध सिंह खरवार नामक एक वैध पेड़ के नीचे त्रिपाल का टेंट लगाकर जड़ी बूटी की मदद से ग्रामीणों का इलाज करते हैं। धोनी भी इन्हें से अपने घुटनों में हो रहे दर्द का इलाज करा रहे है।

MS Dhoni को वैध की दवा खाने के बाद आराम मिला


सिर्फ इतना ही नहीं बताया तो यहां तक जा रहा है कि धोनी को वैध की दवा खाने के बाद आराम भी मिला है। जब धोनी अपना इलाज कराने वैध के पास पहुंचे तो कई ग्रामीण उन्हें उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाई। वैध बाबा बंधन सिंह खरवार ने यह बताया कि एमएस धोनी के शरीर में कैल्शियम की कमी होने की वजह से उनके घुटनों में दर्द हो रहा है। हालांकि एक खुराक की कीमत ₹40 है। धोनी इसकी चार खुराक दवाई खा चुके हैं।

यहां से MS Dhoni के माता-पिता भी इलाज करा चुके हैं

आपको बता दें कि धोनी से पहले उनके माता-पिता भी इस वैध से अपना इलाज करा चुके हैं। उन्होंने लगभग 4 महीने तक वैध की दवा खाई थी। हालांकि अब माता-पिता के घुटनों में दर्द न के बराबर है। माता पिता के सफल इलाज के बाद से धोनी ने भी उस वैध का दवा खाना शुरू किया है। वैध के मुताबिक यह दवा जंगल में उपलब्ध जड़ी बूटियों से तैयार होती है।

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वैध बाबा बंधन सिंह खरवार ने बताया..


वैध बाबा बंधन सिंह खरवार यह बताते हैं कि धोनी उनके पास इस तरह से आए कि वो उन्हें पहचान ही ना सके। उनके पास रोजाना कई लोग इलाज के लिए आते ही रहते हैं। धोनी भी इसी तरह एक सामान्य इंसान की तरह उनके पास आए और अपनी समस्या बताई। इसके बाद से वैध ने उन्हें दवा दी और वह उसे खा कर चले गए। इसके लिए भी उन्होंने एक खुराक की ₹40 दिए। वैध को MS Dhoni के बारे में तब पता चला जब आसपास के लड़के उनकी गाड़ी देखकर उनके पास आए।

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