Lawn Bowls Gold India
Lawn Bowls Gold Medal: भारत में जिस खेल के बारे में ज्यादातर लोगों को कोई जानकारी ही नहीं है, बहुत से लोगों ने जिस नाम को पहली बार सुना हो उस खेल में मेडल जीतना भारत के लिए स्वर्णिम सफलता है। बर्मिंघम में चल रहे कामनवेल्थ गेम्स के लॉन बाल इवेंट में भारत की चौकड़ी लवली चौबे, पिंकी, नयानमोनी सैकिया और रूपा रानी की जोड़ी ने मजबूत साउथ अफ्रीकन टीम को 17-10 से मात देकर गोल्ड मेडल जीत लिया है । बता दें कि भारतीय खेल के इतिहास में पहली बार है जब कामनवेल्थ में इस इवेंट में भारत ने कोई मेडल जीता है ।
भारतीय लड़कियों ने कमाल करते हुए 92 साल में पहली बार न सिर्फ भारत को मेडल दिलाया बल्कि सीधा गोल्ड मेडल जीता है । बता दें कि यह सफलता इस मायने में भी खास है क्योंकि भारतीय टीम ने इस इवेंट की टॉप टीमों न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका को मात देकर विजय हासिल की है ।
इस पोस्ट में
भारतीय महिलाओं की 4 सदस्यीय टीम द्वारा इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतना बेहद खास माना जा रहा है । जहां देश मे इस खेल के बारे में बहुत ही कम जानकारी है वहीं भारतीय टीम द्वारा स्वर्णिम सफलता हासिल करना एक बड़ी उपलब्धि है । बता दें कि 1930 से कामनवेल्थ गेम्स के इतिहास के शुरुआत से ही लॉन बाल खेला जा रहा है । 1966 को छोड़कर हर कामनवेल्थ इवेंट में यह प्रतियोगिता का अहम हिस्सा रहा । भारतीय टीम भी हर इवेंट में यह गेम खेलती रही लेकिन आजतक कोई भी मेडल इस इवेंट में भारत जीत नहीं सका था ।
Lawn Bowls Gold Medal, ऐसे में बर्मिंघम में चल रहे इस इवेंट में भारतीय टीम द्वारा मेडल के रूप में स्वर्ण पदक जीतना बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है । मंगलवार को हुए इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम की 4 सदस्यीय लवली चौबे, पिंकी , रूपा रानी और नयानमोनी सैकिया की जोड़ी ने अंत तक हार नहीं मानी और भारत की झोली में इस इवेंट में इतिहास का पहला गोल्ड मेडल डाल दिया ।
पल पल बदलते और बेहद उतार चढ़ाव भरे मैच में भारतीय महिलाओं की चौकड़ी ने साउथ अफ्रीकन टीम को 17-10 से मात दे दी । कहने को यह आसान आंकड़ा है लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए दोनो टीमों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था । बता दें कि पहले राउंड में भारतीय टीम ने 1-0 से बढ़त बना ली थी लेकिन साउथ अफ्रीकन टीम ने वापसी करते हुए 2-1 से आगे हो गयी । भारतीय टीम ने पलटवार करते हुए 8-2 से आगे चलने लगीं लेकिन फाइनल खेल रही साउथ अफ्रीकी टीम ने भी हार नहीं मानी और 10-8 से आगे हो गयी ।
यहां तक मैच दोनो ओर के लिए खुला हुआ था और कोई भी टीम जीत सकती थी लेकिन कहते हैं न कि जो अंत तक हार नहीं मानता जीत उसी की होती है । ऐसा ही हुआ भारतीय टीम के साथ जो इस इवेंट में मेडल नहीं बल्कि गोल्ड मेडल जीतने के इरादे से खेल रही थी । भारतीय चौकड़ी ने पलटवार करते हुए 13 वें राउंड में साउथ अफ्रीका की टीम को आगे मैच में टिकने नहीं दिया । और फाइनल स्कोर 17-10 रहा । भारतीय टीम ने जुझारू खेल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया ।
इनका कहना है कि निरहुआ को ये जिताये है, प्यार में धोखा खाये ये, तब 80 रूपये किलो वाला लड्डू बाटे थे
बता दें कि टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही भारतीय चौकड़ी लवली चौबे, पिंकी, रूपा रानी और नयानमोनी सैकिया ने इस खेल की मजबूत टीम मानी जाने वाली न्यूजीलैंड को 16-13 से मात दी थी । बता दें कि यह मैच भी कांटे का रहा था ।
वहीं भारतीय टीम द्वारा इस अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय खेल में गोल्ड मेडल हासिल करने और इतिहास रचने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम को बधाई दी है । बता दें कि इस इवेंट में जीता जाने वाला यह गोल्ड मेडल बेहद खास माना जा रहा है ।
माना जा रहा है कि इस ऐतिहासिक सफलता के बाद देश मे इस खेल को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और आने वाले वर्षों में टीम और भी मेडल लाएगी । बता दें कि कामनवेल्थ गेम्स की लॉन बाल इवेंट में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के पास है जिसने 21 गोल्ड मेडल जीते हैं वहीं दूसरे नम्बर पर स्कॉटलैंड है जिसके नाम 20 स्वर्ण पदक हैं । भारत को इस इवेंट में पहला कोई पदक मिला है जो कि गोल्ड मेडल है ।