फिल्म: लाल सिंह चड्ढा
कास्ट: आमिर खान, करीना कपूर, मोना सिंह
निर्देशक: अद्वैत चन्दन
राइटर: अतुल कुलकर्णी
Laal Singh Chaddha: रिलीज हुई फिल्म Laal Singh Chadda से आमिर खान ने 4 साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी की है। अतुल कुलकर्णी लिखित एवं अद्वैत चंदन द्वारा दिव्यदर्शित ये फिल्म ऑस्कर अवॉर्ड विनिंग फिल्म “फॉरेस्ट गंप” की ऑफिशल हिंदी रीमेक है। भले ही ये फिल्म का रीमेक हो लेकिन लाल सिंह चड्ढा की टीम स्ने इस फिल्म को अपनी देसी रंग में रंग दिया है। यही कारण है कि दिए हुए हमेशा आदेशों का पालन करने के पीछे रहने वाले लाल व उनकी मां मोना सिंह, उनकी प्यारी बचपन की प्रेमिका रूपा यानी कि करीना कपूर और दुश्मन से दोस्त बनी मोहम्मद पाजी अपनी खामियों के बावजूद ऑडियंस को प्रभावित करने में कामयाब होते हैं।
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इस मूवी में एक सीन हम देख सकते हैं कि ट्रेन में बैठा लाल अपने साथ चॉकलेट का एक बॉक्स नहीं बल्कि गोलगप्पे यानी कि एक लोकप्रिय नमकीन स्नैक का डिब्बा रखता है। चूंकि इसके पीछे लाल की सोच बिल्कुल अलग है। असल में लाल की नहीं वह उनकी मां की सोच है कि जिंदगी गोलगप्पे जैसी होनी चाहिए। एक बार खा लो तो उसे और खाने की इच्छा हो।
इसी वजह से लाल सिंह चड्ढा भी अपने साथ गोलगप्पे रखते हैं, क्योंकि अगर आपका पेट भरा भी हो तो भी आप एक और खाने की इच्छा करो। हालांकि लाल की सोच में आया हुआ यह फिलोसोफी का ट्वीट उसे जिंदगी के सफर में हुए नुकसान से उबरने में मदद करता हुआ नजर आता है।
बता दें कि अपने जीवन की कहानी को दोहराते हुए लाल हमें पीछे लेकर जाते हैं। वह जब एक संपन्न सिख परिवार में पैदा हुआ बेटा था। इस परिवार के पुरुष कई बड़ी लड़ाइयां जीती हैं। चूंकि लाल खुद को उनसे अलग नहीं मानता। लाल के किस्से और कहानियों के साथ यह भूत एवं वर्तमान में घूमती रहती है। लाल की मां उन्हें इस बात का एहसास नहीं होने देती कि वह बाकियों से अलग है। चूंकि उनके बचपन का प्यार रूपा उन्हें बार-बार शादी के लिए मना कर देती है।
दरअसल फॉरेस्ट की तरह लाल भी फौज में जाता है। जहां उसकी मुलाकात उसके सबसे अच्छे दोस्त बाला यानी कि नागा चैतन्य अक्किनेनी से होती है। अपने लेफ्टनंट को छोड़ लाल मुश्किल वक्त में एक ऐसे इंसान को छुड़ाता है। जिसके बाद से उसकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ जाती हैं। लाल की इस कहानी में यह दिखाया गया है कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिखों के खिलाफ आया हुआ तूफान इस फिल्म का नाम “Laal Singh Chaddha” क्यों रखा गया है इस बात को बताता है।
एक बार फिर आमिर खान अपनी बेहतरीन एक्टिंग से सबका दिल जीतने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने 50 की उम्र में सहायता से 20 साल के लाल का किरदार निभाया है। करीना कपूर की रूपा बिल्कुल ही अलग है और यादगार भी है। हालांकि मोना सिंह एवं मानव विज ने भी हमेशा की तरह अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया है।
हालांकि नागाचैतन्य ने भी अपने किरदार को जस्टिस किया है। आज के जमाने को ध्यान में रखते हुए स्क्रिप्ट पर किया गया काम, कहानी की तरह करीब ले कर जाने वाले गाने एक सुपरहिट फिल्म का फार्मूला दे गए हैं। इस फिल्म में दिखने वाले ‘एसआरके’ झलक सभी के लिए सरप्राइज होगी।
गौरतलब है कि एक मासूम पंजाब का लड़का किस तरह से लगभग पूरे जीवन में मुश्किलों का सामना करता है। किस प्रकार से वह अपने प्यार के लिए, दुनिया के सभी तरीकों के बारे में जानने के लिए तरसता है एवं जीवन में अपने असली उद्देश्य को खोजने के लिए एक मिशन पर निकलता है। यह बड़ी खूबसूरती से इस फिल्म में दिखाया है। कई महीनों में Laal Singh Chaddha एक रोल मॉडल है। वो अपने काम के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। हालांकि कभी-कभी दिमाग से ज्यादा दिल साथ देता है यह इस कहानी में बड़ी खूबसूरती से बताया गया है।