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BCCI का चेतन शर्मा की अगुवाई वाली समिति को बर्खास्त करना ICC टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन का नतीजा है। भारतीय टीम पिछले दो सालों में ICC टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही है।
T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI ) ने बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही 5 पदों के लिए नए आवेदन भी मांगे हैं। साथ ही नई चयन समिति के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
BCCI का चेतन शर्मा की अगुवाई वाली समिति को बर्खास्त करना ICC टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन का नतीजा है। भारतीय टीम पिछले 2 सालों में ICC टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही है। टीम दो बार नॉकआउट में हारी, तो एक बार ग्रुप स्टेज से ही बाहर होना पड़ा। इसके अलावा टीम के अंदर ही कलह भी चयन समिति को बर्खास्त करने की एक बड़ी वजह भी रही है।
चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति को दिसंबर 2020 में नियुक्त किया गया था। इसमें देबाशीष मोहंत, सुनील जोशी और हरविंदर सिंह शामिल थे। हालांकि, ICC इवेंट्स में टीम का प्रदर्शन और खराब होता गया। साथ ही चयनकर्ताओं और कुछ खिलाड़ियों के बीच विवाद से यह मामला और गंभीर हो गया। हाल ही में चेतन शर्मा ने न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के लिए टीम की घोषणा की थी। जब चयनकर्ताओं ने पहली बार एकसाथ 4 सीरीज के लिए टीम की घोषणा की, उस समय ही यह समझ में आ गया था कि आगे कुछ बहुत बड़ा होने वाला है।
अब BCCI ने एक्शन लेते हुए चेतन शर्मा की अगुवाई वाली 4 सदस्यीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया। हम आपको BCCI के इस फैसले के पीछे की कुछ बड़ी वजहें बता रहे हैं…
पिछले साल यानी 2021 T20 विश्व कप में टीम इंडिया के सुपर-12 स्टेज से बाहर होने के बाद चयन समिति ने कोहली पर कप्तानी छोड़ने का दबाव डाला था। इस पर चयनकर्ताओं ने कहा था कि उन्होंने सीमित ओवर के लिए अलग कप्तान और टेस्ट के लिए अलग कप्तान बनाने का फैसला लिया है। वहीं, कोहली ने T20 की कप्तानी छोड़ने और वनडे और टेस्ट में उन्हें कप्तान रहने देने की मांग की थी। हालांकि, चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति ने ऐसा नहीं होने दिया और कोहली से वनडे की कप्तानी भी छीन ली गई।
कुछ समय बाद कोहली ने टेस्ट की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया। अब फिर से वैसा ही समय आ चुका है और BCCI रोहित के मामले में भी उसी पेंच में फंसा है। हालांकि, अब BCCI T20 के लिए अलग (हार्दिक) और वनडे और टेस्ट में अलग (रोहित) को कप्तान बना सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम मैनेजमेंट चेतन शर्मा के बार-बार टीम के मसलों में दखल देने से नाखुश था। इस साल आईपीएल के बाद चेतन शर्मा की हेड कोच राहुल द्रविड़ से विवाद की खबरें भी सामने आईं थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम मैनेजमेंट टीम के प्रैक्टिस सेशन के समय चयनकर्ताओं के दखल देने से नाखुश था। जानकारी के मुताबिक, चेतन और उनकी समिति T20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के प्रैक्टिस सेशन को अटैंड नहीं किया था और फैसला लिया था कि टीम जब तक उनसे नही कहे तब तक वह किसी भी मामले में नहीं पड़ेंगे।
चयनकर्ताओं पहली बार आलोचना का शिकार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद हुए थे। फाइनल में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लोगों के निशाने पर थे चेतन इंडिया टीम की सेलेक्शन को लेकर।
2021 T20 विश्व कप में टीम इंडिया सुपर-12 स्टेज से ही बाहर हो गई थी। भारत को पहली बार विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद टीम न्यूजीलैंड से भी हार गई। इन दोनों हार से टीम इंडिया उबर नहीं पाई और अपने पहले स्टेज से ही विश्व कप से बाहर हो गई। इसके बाद टीम चयन को लेकर चेतन शर्मा और उनकी सेलेक्शन कमिटी सबके निशाने पर थी। लोग खराब टीम चयन की आलोचना करने लगे। हालांकि, तब BCCI ने 1 और साल के लिए चेतन शर्मा और उनकी टीम पर पूरा भरोसा जताया था।
इस साल T20 वर्ल्ड कप से पहले भारत को एशिया कप T20 टूर्नामेंट खेलना था। ग्रुप-स्टेज में तो भारत का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन सुपर-4 में टीम इंडिया को पाकिस्तान और श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया सुपर-4 से ही बाहर हो गई। इसके बाद से ही BCCI ने सेलेक्शन कमिटी को नोटिस दिया था।
दादी की बात सुनकर कलेजा फट जायेगा….
2022 T20 विश्व कप में टीम इंडिया की हार ने BCCI को नाराज कर दिया। भारतीय टीम वर्ल्ड कप जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। हालांकि, ग्रुप स्टेज में भी कुछ कमजोर टीमों के खिलाफ भारत का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। भारत की ओपनिंग जोड़ी पूरी तरह फ्लॉप रही थी। केएल राहुल और रोहित शर्मा की खराब बल्लेबाजी हार की मुख्य कारणों में से एक रही थी।
BCCI के नए अध्यक्ष बनने के बाद रोजर बिन्नी ने सबसे पहली बात यही कही थी कि वह भारतीय टीम में फिटनेस की समस्या को सुलझाना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि T20 वर्ल्ड कप से पहले जसप्रीत बुमराह जैसे अहम खिलाड़ियों का चोटिल होना दुखद है। वह खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर काम करेंगे। बुमराह चोट की वजह से एशिया कप से बाहर थे। हालांकि, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने बुमराह का चयन किया और बुमराह फिर से चोटिल हो गए।
इसके बाद चयनकर्ताओं पर आरोप लगे कि उन्होंने बुमराह की वापसी में जल्दबाजी की। नतीजा यह हुआ कि विश्व कप के दौरान कई अहम मुकाबलों में बुमराह की कमी खली। बाद में खुद चेतन शर्मा ने माना था कि इस मामले में उनसे जल्दबाजी हुई थी।