kanpur violence: यूपी के कानपुर शहर में शुक्रवार की नमाज के बाद से हुए दंगों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। शुक्रवार को शहर में हिंसा भड़क गई थी तथा दंगाइयों ने सरकारी एवं निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। शहर के बेकन गंज इन में दुकानों को बंद कराने को लेकर मुस्लिम संगठनों का हिंदू दुकानदारों से विवाद हो गया।
जिसके बाद से वहां पर हिंसा शुरू हो गई। कानपुर हिंसा (kanpur violence) में पेट्रोल बमों का जमकर प्रयोग दंगाइयों ने किया था व अब इस मामले में लगातार चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हिंसा से पहले पेट्रोल पंप पर दंगाइयों ने एक बोतल में पेट्रोल खरीदा था तथा पेट्रोल पंप के संचालकों ने नियमों को दरकिनार कर पेट्रोल बेचा।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले की जानकारी सामने आने के बाद से कानपुर जिला प्रशासन ने बोतल में पेट्रोल देने वाले पंप का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। असल में कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा (kanpur violence) में उपद्रवियों ने पेट्रोल बम का उपयोग किया था तथा दंगाइयों ने सड़कों एवं घरों में पेट्रोल बम फेंके थे। जब पुलिस ने इसकी जांच की, कि आखिर इतना पेट्रोल कहां से आया, तो खुलासा हुआ कि दंगों से पहले पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदा गया था।
जिला प्रशासन ने हिंसा के बाद से जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश भी दिए कि वह आस-पास के पेट्रोल पंपों की जांच करें तथा यह पता करें कि पेट्रोल बम कहां से आए। क्या किसी पेट्रोल पंप पर विक्रेता ने हीं खुले में पेट्रोल बेचा था। लेकिन जब जिला अधिकारी ने इसकी जांच की तो सीसीटीवी की जांच के बाद से इसका खुलासा हुआ। जांच में एक बात साफ हुई है कि पेट्रोल पंप द्वारा बोतल में पेट्रोल दिया गया था एवं घटना को लेकर दो एवं 3 जून के वीडियो शेयर किए गए हैं।
अधिकारी के अनुसार बोतलों में पेट्रोल बेचने पेट्रोल पंप का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है, क्योंकि बोतलों में पेट्रोल बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसी मामले में कानपुर के पुलिस कमिश्नर ने बोतलों में पेट्रोल बेचने वाले पेट्रोल पंपों की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया है। यह बताया जा रहा है कि एसआईटी बोतल में पेट्रोल लेने वाले लोगों की पहचान सीसीटीवी से करें।
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बता दें कि कानपुर में जुमे की नमाज के दंगे शुरू हो गए थे तथा दंगाइयों ने शहर में जमकर हिंसा फैलाई थी। हिंसा की जांच के लिए ही पुलिस ने दो SIT का गठन किया है। राज्य की योगी सरकार ने भी यह साफ किया है कि किसी भी दंगाई को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा।
अब इसी डीवीआर में कैद वीडियो को निकलवा कर कमिश्नर पुलिस की एसआईटी इसी बात की तस्दीक करेगी की वीडियो फुटेज में पथराव तथा पंप से बोतल में पेट्रोल लेने वाले लोगों की शिनाख्त भी होगी। ये देखने की कोशिश होगी कि क्या बोतल में पेट्रोल लेने वाले उपलब्ध उपद्रवी है कि नहीं। जिला अधिकारी नेहा शर्मा के मुताबिक घटनास्थल के आसपास जितने भी पेट्रोल पंप है। उन सारे की सीसीटीवी फुटेज निकलवा कर सभी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।