4 नवंबर शाम के 6:00 बजे जब हम दिवाली मनाने में, पूजा की तैयारियों में तथा पकवान बनाने में व्यस्त थे तब झांसी के गुरसराय में पटाखों की दुकान में भीषण आग लग गई है। आग इतनी जल्दी फैली की लोगों को बुझाने का मौका ही नहीं मिला और जल्दी ही आग ने भीषण रूप ले लिया। दीपावली पर लगी देशभर में कई राज्यों से पटाखों की दुकानों में आग लगने की खबर आई है। झांसी जिला के गुरसराय कस्बे में अभी 14 से 15 दुकानों में जलकर खाक हो गयी।
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दुकानदारों ने बताया कि दुकान पर आने वाले ग्राहकों को सौदा देते हुए एक दुकानदार के पैरों के नीचे चिटपिटियां आ गई और उसमें से निकली चिंगारी ने पूरी दुकान में आग लगा दी फिर क्या था बीच बाजार में लगी पटाखों की सारी दुकानों को आग ने अपने आगोश में ले लिया। अगर इस साधारण आग होती तो आग पर काबू नहीं पाया जा सकता था लेकिन पटाखों में लगी आग के पास यदि कोई आग बुझाने जाता तो उसकी आंखों की रोशनी, सुनने की क्षमता जा सकती थी और यहां तक कि उसकी जान पर भी खतरा आ सकता था। इसीलिए किसी ने आग बुझाने की हिम्मत नहीं की।
जिलाधिकारी ने दीवाली गाइडलाइन दी थी कि पटाखों की दुकानों को बाह्य क्षेत्रों में लगाया जाए लेकिन इस गाइडलाइन का किसी ने पालन नहीं किया। अधिकारियों ने पटाखों की दुकान पर अग्निशामक यंत्र रखने की हिदायत दी थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आग बुझाने के नाम पर एकदम कलाई लेकिन वह दमकल देखने के लिए ही थी दमकल खुद ही खस्ता हालत में थी जिससे एक दुकान से दूसरी दुकान में आग फैलती गई और आग नहीं बुझाई जा सकी यदि दमकल मशीन दुरुस्त हालत में होती तो कुछ नुकसान होने से बचाया जा सकता था।
आग बुझाने की उत्तम व्यवस्था नहीं थी तथा इससे आग को नहीं बुझाया जा सका। मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंचा लेकिन तब तक आग अपना भीषण रूप ले चुकी थी पुलिस ने वहां पहुंच कर शीघ्र गाड़ियों और लोगों को हटवाया जिससे किसी को जान माल की हानि ना हो। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।