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International Chess Day 2022: आखिर क्यों माइंड गेम कहा जाता है शतरंज ? मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेस्ट गेम

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International Chess Day Importance: प्रति वर्ष 20 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस मनाया जाता है। इस दिन तमाम जगहों पर शतरंज के खेलों का आयोजन किया जाता है। शतरंज का गेम दिमाग को तेज करने वाला गेम कहा जाता है। तो चलिए आपको आगे बताते हैं कि आखिर ऐसी क्या बात है जो इसको इस गेम को माइंड गेम कहा जाता है।

आज के दिन ही यानी 20 जुलाई 1924 को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज संघ (फेडरेशन इंटरनेशनल दि एचेस- FIDE) की स्थापना हुई थी। 20 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में सेलिब्रेट करने का सुझाव यूनेस्को (UNESCO) द्वारा दिया गया था। उस बाद साल 1966 में 20 जुलाई को पहला अंतर्राष्ट्रीय शतरंज दिवस के तौर पर मनाया गया था।

तब से ही आज तक हर साल इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन दुनिया भर में कई जगहों पर शतरंज (Chess) के खेल का आयोजन किया जाता है। शतरंज का खेल एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ती है यानी अपने दिमाग पर जोर देना पड़ता है। यही वजह है कि इस गेम को माइंड गेम कहा जाता है। इस गेम के बारे में यह भी कहा जाता है कि इस गेम को खेलने से दिमाग भी काफी तेज होता है तो चलिए जानते हैं कि इसकी क्या वजह है।

क्यों शतरंज कहलाता है माइंड गेम

International Chess Day

शतरंज का गेम दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक और मनोरंजक खेल है। इस खेल में 2 खिलाड़ी एक दूसरे की रानी को मात देने के लिए तरह-तरह की युक्ति बनाकर खेलते हैं। कई बार कठिन स्थिति में प्रतिद्वंदी को शिकस्त देना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हमें अपने दिमाग पर जोर दे देकर तरह-तरह के आईडिया क्रिएट करने पड़ते हैं। इस लिए ही इस खेल को हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे बेस्ट गेम माना जाता है। इसलिए शतरंज का खेल हमारे दिमाग को तेज बनाने वाला गेम कहलाता है।

माइंड गेम खेलने का फायदा

International Chess Day

वर्तमान समय में हमारा यह हाल है कि हम लगातार अपने मोबाइल से चिपके रहते हैं। बड़ों की बात तो छोड़िए आजकल के छोटे बच्चों को भी मोबाइल की ऐसी लत लग चुकी है कि मोबाइल की बिना वह एक पल नहीं रह सकते हैं। मोबाइल से छोटे बच्चों की आंखों पर भी काफी बुरा असर होता है और उनके दिमाग पर भी नकारात्मक प्रभाव होता है। इसलिए हमें चाहिए कि अपने बच्चों को मोबाइल के बजाय शतरंज जैसे खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

शतरंज के गेम को हम हेल्दी ब्रेन गेम्स स की श्रेणी में रख सकते हैं। शतरंज खेलने से हमारे दिमाग की क्षमता भी बढ़ती है और आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। नए-नए आईडिया क्रिएट करने के कारण हमें हमारे दिमाग पर जोर देना पड़ता है, जिससे हमारी सोचने की तर्क शक्ति भी बढ़ती है। इस गेम को खेलने की कोई सीमा नहीं है। इसलिए एक यह खेल विपरीत परिस्थितियों में भी हम धैर्य के साथ फैसले लेना भी सिखाता है।

International Chess Day, इस गेम के कारण बच्चों की लर्निंग पावर, मेमोरी और चीजों पर फोकस करने की क्षमता भी बेहतर होती है। इन ही क्षमताओं के विकास होने से उनका दिमाग किसी भी क्षेत्र में उम्दा तरीके से काम करना भी सीखता है।

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International Chess Day

इस बात का ध्यान रहे

International Chess Day 2022, एक्सपोर्ट के अनुसार इस प्रकार के खेल को मोबाइल या अन्य किसी डिवाइस से खेलना ऑप्शन नहीं है। इससे आपका स्वास्थ्य जरूर प्रभावित होता है। यानी शतरंज किसी भी तरह के अन्य माइंडगेम की तरह प्रॉब्लम का सलूशन नहीं है। यह गेम एक हेल्थी ब्रेन गेम है जिसे आप सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए खेल सकते हैं।।

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