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ICMR द्वारा बताया गया डायबिटीज को काबू में रखने का मंत्र, किन चीजों का करें सेवन डायबिटीज के मरीज

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ICMR: आज के समय में सबसे ज्यादा अगर कोई बीमारी को लेकर बड़ी समस्या है, तो वह है डायबिटीज ये इतनी बड़ी समस्या है कि आज के समय में बहुत ज्यादा लोगों को डायबिटीज के शिकार हो जा रहे है, भारत में सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है डायबिटीजl

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डायबिटीज कितने प्रकार के होते हैं

अगर बात करें डायबिटीज की तो, डायबिटीज की समस्या बहुत ही तेजी से बढ़ रही है, डायबिटीज की समस्या कब होती है? जब ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बहुत ज्यादा हो जाता है। इसे बैलेंस करने के लिए पैनक्रियाज एक हार्मोन रिलीज कर देता है। जिसे इंसुलिन भी कहा जाता है। इंसुलिन ग्लूकोज को मेनटेन करने का काम भी करता है। लेकिन जब पैनक्रियाज से इंसुलिन सही से रिलीज नहीं होता है, तो डायबिटीज जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है,

अगर बात डायबिटीज की जाए तो डायबिटीज दो तरह का होता है, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज. टाइप 1 डायबिटीज में पैनक्रियाज बिल्कुल भी इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर होता है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में पैनक्रियाज काफी कम मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन काफी कम मात्रा में होता है।

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आपको प्री- डायबिटीक हैं तो क्या खाने से परहेज करना चाहिए

डायबिटीज होने से पहले की स्थिति को प्री-डायबिटीक भी कहते हैं। डायबिटीज पर चल रही सबसे बड़ी स्टडी के माने, तो अगर आपको प्री- डायबिटीक हैं, तो चावल और रोटी का सेवन आपको नहीं करना चाहिए, और प्रोटीन ज्यादा खाना चाहिए, क्योंकि यह डायबिटीज बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता है। इस तरीके से आप टाइप 2 डायबिटीज के खतरे से बाहर हो सकते हैं। स्टडी में यह सुझाव भी दिया गया है, कि डाइट से मिलने वाली कुल ऊर्जा में कार्बोहाइड्रेट का हिस्सा 50 से 55 फीसदी कम करने और प्रोटीन इंटेक 20 फीसदी बढ़ाने से डायबिटीज और प्री-डायबिटीज की समस्या खत्म हो जाएगी

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आने वाले समय में डायबिटीज होगा दोगुना

ICMR, अगर डायबिटीज की बात की जाए तो, बहुत ही कम समय में भारत में इतनी तेजी से बढ़ा है कि कुछ कहा नहीं जा सकता मौजूदा समय में, भारत में डायबिटीज की समस्या से कुल 7.4 करोड़ लोग पीड़ित हो चुके हैं, वहीं, 8 करोड़ लोग प्री-डायबिटिक के शिकार बन चुके हैं और यह डायबिटीज बहुत ही ज्यादा खतरनाक भी साबित हुआ है,साथ ही, लोग काफी तेजी से प्री-डायबिटीज से डायबिटीज में कंवर्ट हुए जा रहे हैं।

स्टडी के ऑथर, ऐसा माना भी जा रहा है, कि साल 2045 में भारत में डायबिटीज के कुल 13.5 करोड़ मरीज हो जाएंगे हो जाएंगे । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले 20 सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दोगुनी हो सकती है, इसका सबसे बड़ा कारण कार्बोहाइड्रेट युक्त डाइट का सेवन करना भी हो सकता है।

क्यों बड़ा जा रहा है डायबिटीज

डायबिटीज की अगर बात करें तो दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, आखिर क्या रीजन हो सकता है डायबिटीज इतना बढ़ता ही जा रहा है वैसे तो बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जिसकी वजह से डायबिटीज बढ़ता है डायबिटीज बढ़ने का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि ज्यादा लोग आराम करना चाहते हैं डायबिटीज के रोगियों को आराम कम करना चाहिए और उनको चलना फिरना ज्यादा चाहिए क्योंकि डायबिटीज आने वाले समय में 2 गुना बढ़ने वाला है।

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कैसे बचा जाए डायबिटीज से

अगर डायबिटीज से पाना है, छुटकारा तो, फूड अनुपात में कार्बोहाइड्रेट 49 से 54 फीसदी, हो और प्रोटीन 19 से 20 फीसदी, फैट 21 से 26 फीसदी और डाइट्री फाइबर 5 से 6 फीसदी तक होना चाहिए, समान रिजल्ट पाने के लिए महिलाओं को पुरुषों की तुलना में दो फीसदी कार्बोहइड्रेट का सेवन कम होना चाहिए, इसी तरह, युवाओं के मुकाबले बुजुर्गों को कार्बोहाइड्रेट का सेवन 1 फीसदी कम ही करना चाहिए, और प्रोटीन का सेवन 1 फीसदी अन्य लोगों से ज्यादा करना चाहिए।

ICMR, अगर आप भी चाहते हैं, प्री-डायबिटीज की समस्या से छुटकारा पाना, कार्बोहाइड्रेट का सेवन 50 से 56 फीसदी, प्रोटीन 10 से 20 फीसदी, फैट 21 से 27 फीसदी और डाइट्री फाइबर 3 से 5 फीसदी तक करना चाहिए।

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कैसा होना चाहिए डायबिटीज के रोगियों का भोजन

अगर डायबिटीज के रोगियों की भोजन की बात करें तो उनको हरी सब्जी का सेवन ज्यादा करना चाहिए, और रोटी और चावल का सेवन कम करना चाहिए जहां तक हो सके चावल तो खाना ही नहीं चाहिए, थाली में सब्जी का जगह ज्यादा होना चाहिए, क्योंकि हरी सब्जियां खाने से डायबिटीज के रोगियों को डायबिटीज से छुटकारा भी मिल सकता है।

Declaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास हुआ है लेकिन इसकी नैतिक जिम्मेदारी भारत एक नई सोच नहीं लेता है, इसलिए हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लेना चाहिए हमारा उद्देश्य, आपको जानकारी देना मात्र है

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