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Gujrat High court ने कहा की भारत में नई टेक्नोलॉजी से बहुत ही सकारात्मक परिणाम हासिल हुये है। कहते हैं कि टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी से दुनिया में परिवर्तनों में सही दिशा प्रदान कर सकता है। चाहे वह सुरक्षा का मामला हो या प्राकृतिक आपदा हो , क्राइम कंट्रोल हो या हमारी जो ऐतिहासिक धरोहर है उनकी सुरक्षा का मुद्दा हो सभी में नई टेक्नोलॉजी के सकारात्मक परिणाम मिले हैं ।
इसी कड़ी में भारतीय न्याय प्रणाली सशक्त बनाने में लंबित मामलों को जल्दी पूरा करने के लिए विभिन्न प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर रहे हैं। दुनिया में जैसे तकनीकी और प्रौद्योगिकी विकास हो रहा है भारत में भी डिजिटल प्रौद्योगिकी के बढ़ते महत्व का पता चल रहा है और इसी कड़ी में Gujrat High court में एक ऐतिहासिक काम किया जा रहा है। गुजरात ऐसा पहला राज्य बन गया है जो जस्टिस क्लॉक को सर्वप्रथम उपयोग करेगा।
हाल ही में Gujrat High court में भारत के पहले डिजिटल जस्टिस क्लॉक का उद्घाटन किया गया है । सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एम आर शाह, जस्टिस बेला त्रिवेदी के साथ-साथ Gujrat High court के मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार की उपस्थिति में इसका लोकार्पण किया।
राज्य की अदालतों में भी ई- सुविधा का दायरा बढ़ा है । जिसमें ई कोर्ट फीस समेत अन्य सेवाएं ऑनलाइन डिजिटाइजेशन से उपलब्ध है और इसके चलते जस्टिस डिलीवरी सिस्टम और आसान बना है।
जस्टिस डिलीवरी सिस्टम के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और माना हस्तक्षेप के उपयोग के बीच एक स्वास्थ्य संतुलन होना चाहिए। टेक्नालॉजी किसी भी प्रकार के परिवर्तन का बहुत सशक्त माध्यम है और न्याय प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए उसका उपयोग व इस्तेमाल किया जाना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही Gujrat High court वेबसाइट के इलेक्ट्रॉनिक वर्जन को लांच किया गया है।
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अब तकनीक का न्यायपालिका में भी योगदान होगा। Gujrat Court देश का पहला उच्च न्यायालय बन गया है जहां पर जस्टिस क्लॉक को लॉन्च किया गया है। जस्टिस क्लॉक वह है जहां उच्च न्यायालय और राज्य के अन्य अदालतों के प्रश्नों के भीतर एक आउटडोर डिस्प्ले LED दीवार लगाई जाएगी। जिसमें कोर्ट के जो लंबित मामले हैं उन्हें पूरा करने की जानकारी लगातार दर्शाई जाती रहेगी।
जिससे जनता को जानकारी होती रहेगी कि जिसका जो मामला है जिसकी सुनवाई चल रही है उसका नतीजा दिखाया जाएगा । सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ में 17 जनवरी को न्याय वितरण प्रणाली के अनुभव को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग और मानवीय हस्तक्षेप के बीच एक स्वास्थ्य संतुलन का आहान किया है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने Gujrat Court में राज्य की सभी अदालतों के लिए एक कीबोर्ड प्रणाली के साथ स्थापित एक न्याय घड़ी का उद्घाटन करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पर अपना विचार प्रकट किया। इस प्रकार कि जस्टिस क्लॉक लांच से देश पर अच्छा परिवर्तन देखने को मिलेगा।