Flying Bike
Flying Bike: दिल्ली के इंजीनिरिंग कालेज में पढ़ने वाले 3 छात्रों ने गजब का कारनामा कर दिखाया है । वैसे तो इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों का यही काम है जिसके बेसिक्स वह पढ़ाई के दौरान सीखते हैं । तरह तरह के आविष्कार करना, टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाना और मानव जीवन को आसान बनाने वाली तमाम तरह की वस्तुओं के ईजाद, अनुसंधान में लगे रहना इंजीनियरिंग के छात्रों का काम होता है ।
IIT से लेकर अन्य प्राविधिक संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र अक्सर इस तरह के प्रोजेक्ट करते रहते हैं। अब दिल्ली के इंजीनियरिंग कालेज में पढ़ाई करने वाले 3 दोस्तों ने मिलकर टेक्नोलॉजी में एक कदम आगे बढ़ाते हुए ऐसा ही एक कारनामा और कर दिखाया है । आपको बता दें कि दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ने वाले तीन छात्र सिद्धांत शर्मा, दक्ष लाकरा और सौरभ वेद ने एक ऐसी बाइक बना दी है जो हवा में चलेगी । जी हाँ इस फ्लाइंग बाइक को बनाने वाले इन तीनों दोस्तों ने करीब 3 साल तक इस प्रोजेक्ट में लगे रहने और कड़ी मेहनत के बाद इसे तैयार किया है ।
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सिद्धान्त शर्मा और उनके दोनों दोस्त दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ाई करते हैं । तीनों ने मिलकर इस उड़ने वाली बाइक का निर्माण किया है । उन्होंने इसे बनाने के लिए ट्रायम्फ के मॉडल 675 डेटोना सुपर बाइक को एक जेट इंजन के रूप में इस्तेमाल करते हुए फ्लाइंग बाइक में बदल दिया है । बताया जा रहा है कि इस फ्लाइंग बाइक को बनाने के लिए छात्रों ने अपने पैसे से बाइक खरीदी थी जिसका कीमती इंजिन उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल किया है ।
अब अगर उड़ने वाली बाइक की बात होगी तो जाहिर है कि यह सबका ध्यान खींचेगी । आखिर अभी तक हम सबने जमीन पर चलने वाली बाइक ही तो देखी है । सिद्धांत और उनके दोस्तों ने 2019 में एक बाइक को Flying Bike बना देने के विचार को अमलीजामा पहनाना शुरू किया ।
शुरुआत में तीनों दोस्तों ने सोचा था कि किसी प्लेन का जेट इंजन वह इस प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल करेंगे लेकिन इससे प्रोजेक्ट के महंगा होने की आशंका के बाद उन्होंने जेट इंजन वाला विचार त्याग दिया और 2020 के जुलाई महीने में उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए एक कावासाकी कम्पनी की निंजा 250 cc बाइक अपने पैसों से खरीदी । इस बाइक के इंजन के साथ उन्होंने इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना शुरू किया। उन्होंने अपने पैसों से खरीदी कावासाकी निंजा 250 cc बाइक के इंजन को जोड़कर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना शुरू किया ।
सिद्धांत के अनुसार 2019 में प्रोजेक्ट के शुरू करने से लेकर अब तक 3 साल वह और उसके दोस्त इस प्रोजेक्ट को दे चुके हैं । उन्होंने इस दौरान इस प्रोजेक्ट पर अपनी जेब से करीब 15 लाख रुपये खर्च कर दिए हैं । बता दें कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत तीनों दोस्तों ने तब की थी जब वह दिल्ली के एक इंजीनियरिंग कालेज में मैनप्रो( मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस) और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग के अंतर्गत पढ़ाई करने में लगे हुए थे ।
हालांकि दिल्ली स्थित कालेज से उनका ग्रेजुएशन का यह कोर्स 2021 में जाकर कम्प्लीट हो गया । चूंकि तीनों दोस्तों ने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया था इसलिए कालेज से निकलने के बाद भी सिद्धांत, सौरभ और दक्ष ने प्रोजेक्ट को जारी रखा । सिद्धांत के अनुसार अब वह इस फ्लाइंग बाइक की तमाम बारीकियों पर गहनता से मेहनत कर रहे हैं ।
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बता दें कि दिल्ली के इन इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा बनाई जा रही एयर बाइक यदि सफल रही तो भारत के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी । जहां इस बाइक का कई क्षेत्रों में सफल उपयोग किया जा सकेगा । बता दें कि इस फ्लाइंग बाइक से कहीं भी आना जाना आसान हो जाएगा । वहीँ जाम जैसी किसी भी स्थिति से यह फ्लाइंग बाइक बड़े ही आराम से छुटकारा दिला सकेगी ।
जब भी कहीं जाना हो बस किक मारिये और हवा में उड़ते हुए गन्तव्य तक पहुंच जाइये । ज्ञात हो कि यदि इस बाइक का प्रयोग सफल रहा तो इस फ्लाइंग बाइक का उपयोग लोग किसी मरीज को जल्द से जल्द इलाज हेतु हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए कर सकेंगे । बता दें कि एयर एंबुलेंस इस तरह की सेवा पहले से ही दे रही हैं ।