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EarthQuake: उत्तराखंड में सुबह महसूस हुए भूकंप के झटके, 4.2 तीव्रता से डोली धरती

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EarthQuake: रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप के झटके उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की यमुनोत्री घाटी और पुरोला इलाके में महसूस किए गए। रिर्पोट के अनुसार इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.9 मापी गई। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगो की माने तो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में सुबह 07.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। और भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.6 मापी गई। जबकि गहराई 05 किमी मापी गई

सुबह 10.5 बजे महसूस हुए भूकंप के झटके

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भूकंप आने के बाद आस पास के सभी जिले तथा सभी तहसील क्षेत्रों के अंतर्गत जिला आपातकालीन संचालन केंद्र पिथौरागढ़ और सभी थाना क्षेत्रों में जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष पिथौरागढ़ द्वारा भूकंप से हुई क्षति की जानकारी प्राप्त हुई। रिर्पोट की माने तो अभी तक फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है। आपको बता दे की पिथौरागढ़ जिले में जब सुबह 10.3 बजे भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग दहशत में आ गए तथा घरों से बाहर निकल आए। हालांकि प्रशासन के अनुसार अभी तक किसी के व्यक्ति के नुकसान की खबर नहीं आई है।

दो बार आए भूकंप के झटके

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आपको बता दे की उत्तराखंड के उत्तरकाशी और टिहरी जिलों में शनिवार को देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिर्पोट के मुताबिक इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 मापी गई। आपको बता दे की टिहरी जिले में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगो से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों जिलों में शनिवार रात करीब 2.10 बजे भूकंप आया। इससे पहले टिहरी में रात करीब 1.30 पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग भूकंप के डर से घर के बाहर निकल आए।

उत्तराखंड EarthQuake के प्रति बहुत ही संवेदनशील

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दूसरी ओर विज्ञानियों के अनुसार उत्तराखंड राज्य भूकंप के प्रति बहुत ही संवेदनशील है। राज्य का अधिकांश क्षेत्र जोन चार और पांच में आता है। साथ ही उत्तराखंड, हिमाचल समेत जम्मू-कश्मीर में अक्सर हल्के भूकंप के झटके आते रहते हैं।आपको बता दे की नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच देश के कई अलग अलग इलाकों में 960 भूकंप आए थे। जिसमे केवल नई दिल्ली और एनसीआर में ही 13 झटके महसूस किए गए थे।

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60 टन विस्फोटक के बराबर विनाशकारी है ये भूकंप

भूकंप वैज्ञानिक के अनुसार रिक्टर पैमाने पर 3 तक के भूकंप को सामान्य माना जाता है। आपको बता दे की रिक्टर स्केल पैमाने पर 3 से 4 तक तीव्रता 10 गुना बढ़ जाती है। भूकंप की तीव्रता का अंदाजा आप इस प्रकार से लगा सकते हैं कि यदि आपके रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता होती है तो उससे निकलने वाली ऊर्जा लगभग 60 टन विस्फोटक के बराबर विनाशकारी होती है। इससे पता चलता है कि उत्तराखंड में आया भूकंप मध्यम श्रेणी का था।

वर्ष 1991 में भी एक विनाशकारी भूकंप

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रिर्पोट और भूकंप वैज्ञानिको के मुताबिक उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भूकंप का केंद्र होने की सूचना मिली है।आपको बता दे की उत्तरकाशी से करीब 36 किलोमीटर दूर स्थित केंद्र से धरती हिलने की सूचना प्राप्त हुई है। साथ ही इसका सीमांत इलाका भूकंप की दृष्टि से सबसे अधिक संवेदनशील है। यहां वर्ष 1991 में भी एक विनाशकारी भूकंप आ चुका है। साथ ही अब तक इस इलाके में कई बार भूकंप आ चुके हैं। कुछ दिनों पहले आए हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटकों का असर यहां भी देखने को मिला था। और पिछले कुछ दिनों पहले जम्मू कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

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