Diabetes Diet: डायबिटीज के मरीज ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने के लिए भिंडी का सेवन सब्जी बनाकर कर सकते हैं। शुगर एक ऐसी बीमारी है जो पैंक्रियाज में इंसुलिन की कमी होने से पनपती है। टाइप-1 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है बल्कि टाइप-2 डायबिटीज में पैंक्रियाज कम इंसुलिन का उत्पादन करता है। इंसुलिन का कम उत्पादन होने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं। इंसुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है, जो पाचन ग्रंथि से बनता है, जिसका काम फूड्स को एनर्जी में बदलना है।
ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने पर शरीर में उसके लक्षण दिखना शुरु हो जाते हैं। ज्यादा प्यास लगना, अधिक पेशाब आना, अधिक भूख लगना, वजन कम होना, चक्कर आना और मिजाज में बदलाव आना भी डायबिटीज के लक्षणों में शामिल है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए शरीर को एक्टिव रखना, तनाव से दूर रहना और खासकर डाइट का ध्यान चाहिए ।
शुगर के मरीज को हमेशा अपने डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करना चाहिए जिनसे इंसुलिन का उत्पादन अधिक से अधिक हो। ऐसे कई फूड्स है जो शरीर में नेचुरल इंसुलिन का काम करते हैं। आइए जानते हैं 3 ऐसी सब्जियों के बारे में जो शरीर में नेचुरल इंसुलिन का काम करती हैं।
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लाल पत्ता गोभी का सेवन करने से शुगर कंट्रोल रहता है और लाल पत्ता गोभी कैंसर से लेकर डायबिटीज के मरीजों तक के लिए वरदान है। लाल गोभी का इस्तेमाल आप सलाद के रूप में भी किया जा सकता हैं या फिर पकाकर भी खा सकते हैं। ये सब्जी ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करती है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाती हैं। शुगर को कंट्रोल करने के लिए और प्राकृतिक इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए आप लाल पत्ता गोभी का सेवन कर सकते हैं।
भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसका सेवन शुगर के मरीजों के लिए सबसे बेस्ट है। नरायना हेल्थ केयर के मुताबिक ये सब्जी ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करती है और इंसुलिन का उत्पादन करती है। फाइबर से भरपूर भिंडी के बीज अल्फा-ग्लूकोसिडेज़ इनहिबिटर से भरी होती हैं जो स्टार्च को ग्लूकोज में बदलने से रोकती हैं। शुगर के मरीज ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने के लिए भिंडी का सेवन सब्जी बनाकर जरूर करना चाहिए हैं। भिंडी का पानी भी शुगर को कंट्रोल करता है। भिंडी की फलियों को काटकर रात भर पानी में भिगोकर रख दें और अगले दिन पानी का सेवन करें डायबिटीज कंट्रोल रहेगी।
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करेला एक ऐसी सब्जी है जो प्राकृतिक इंसुलिन देता है। स्वाद में कड़वा करेला डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान साबित होता है। करेला पैंक्रियाज को उत्तेजित करने की क्षमता रखता है। करेला में तीन सक्रिय पदार्थ पॉलीपेप्टाइड, विसीन और चरंती होते हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में प्रभावी होते हैं। इनमें इंसुलिन जैसे गुण मौजूद होते हैं जो ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने में असरदार होते हैं। एक कप ताजा करेले के रस में 1 बड़ा चम्मच आंवला का रस (आंवला) मिला कर नेचुरल इंसुलिन पैदा कर सकते है।