Cannibalism: आपने ऐसे कई सारे आदमखोर इंसानों के बारे में पढ़ा, देखा या फिर सुना जरूर होगा जो इंसानी मांस खाते हैं। लेकिन शायद ही ऐसा सुना हो कि इंसानी मांस का स्वाद कैसा होता है..? यह खबर आपको पढ़ने में थोड़ी सी अजीब जरूर लग सकती हैं। लेकिन इस दिल दहला देने वाली खबर के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। एक आदमखोर इंसान ने यह बताया कि इंसानों के मांस का स्वाद कैसा होता है??
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रूस में रहने वाले व्लादिमीर नाम के एक शख्स को वर्ष 1997 में मौत की सजा सुनाई गई थी। उस पर दो लोगों की हत्या कर उनका मांस खाने जैसे गंभीर आरोप लगा था। व्लादिमीर को वर्ष 1999 में मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन बाद में इस सजा को उम्र कैद में बदल दिया गया। 63 वर्ष के व्लादिमीर को नरभक्षी कहा जाता है क्योंकि उसने अपना जुर्म कन्फेस किया था। उसने यह बताया था कि पहली बार इंसान के मांस को उबालकर खाने पर उसे अच्छा नहीं लगा। यही वजह थी कि उसने दोबारा मर्डर किया।
इस बार उसने बॉडी को फ्राई किया और फिर उसे मांस का टेस्ट अच्छा लगा। व्लादिमीर ने यह बताया कि इंसानों के मांस को जब फ्राई करके खाते हैं तो उसका टेस्ट ही बदल जाता है और वह बहुत स्वादिष्ट लगता है।
अपने कन्फेशन में व्लादिमीर ने यह कहा कि मर्डर करने तक उसके दिमाग में अपने शिकार का मांस खाने की बात नहीं थी। लेकिन वह जब बॉडी को ठिकाने लगाने की सोच रहा था तभी यह आइडिया उसके दिमाग में आया और उसने इंसानों का मांस खाना शुरु कर दिया। नरभक्षी ने यह बताया कि इंसानों का मांस अन्य मांस के मुकाबले काफी टेस्टी होता है।
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व्लादिमीर ने अपने जुर्म के बारे में डिटेल में पुलिस को बताया। उसे वर्ष 1997 में 2 मर्डर के लिए मौत की सजा मिली थी। इसमें सिर्फ पहला मर्डर उसने उस शख्स का किया था जिसने व्लादिमीर से लाइटर मांगा था। लाइटर के कारण से ही उनका झगड़ा हुआ और झगड़ा इतना बढ़ गया कि व्लादिमीर ने उनकी हत्या कर दी।
व्लादिमीर ने आगे यह बताया कि जब वह लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर रहा था। तब उसने हिस्सों को उबालकर टेस्ट करने का फैसला किया। लेकिन उसे उसका स्वाद कुछ अच्छा नहीं लगा। इसके बाद से उसने जो दूसरा मर्डर किया। उसमें लाश को फ्राई करने का फैसला किया। इस बार उसे इंसानी मांस अच्छा लगा। चूंकि व्लादिमीर की हैवानियत खत्म नहीं हुई। उसने अपने बच्चों को भी इंसानी मांस खिला दिया।