कोरोना वायरस को लेकर पूरा विश्व परेशान है एक के एक बाद एक दुनिया भर से लोगों की मौत की खबरें मीडिया के जरिए फिजाओं में तैर रही है ।
तनावपूर्ण माहौल है लोग परेशान है कि अब क्या होगा ? जब यह खतरनाक वायरस उनके नजदीक पहुंचेगा और उनकी जिंदगियों को तबाह कर देगा ? तमाम तरह के सवाल जस के तस बने हुए हैं उन लोगों की चिंताएं भी जस की तस बनी हुई है।
इसी बीच सोशल मीडिया में एक अलग तरह की चर्चा चल रही है । दो अलग-अलग किताबों के पेज शेयर किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि इन दोनों किताबों के दो अलग-अलग लेखक अपने फिक्शन यानी कल्पना में इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि साल 2020 कितना खतरनाक होने वाला है।
सिलविया ब्राउन और डीन कूँट्ज़ इन दोनों ही लेखकों ने अपनी किताबों में 2020 का जिक्र करते हुए कहा कि साल 2020 में एक बीमारी आएगी जो बूहान को प्रभावित करेगी, कई जिंदगियों को तबाह कर देगी। दोनों ही किताबों पर नजर डालें तो मिलता है कि जो बात काफी समय पहले फिक्शन यानी की कल्पना के नाम पर लिखी गई थी । आज बीमारी के अस्तित्व के चलते यह शब्द दर शब्द सत्य प्रतीत होता नजर आ रहा है।
कोरोना वायरस के मध्य नजर अगर आंकड़ों पर गौर करें तो या जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि जो कई मायनों में चौकाने वाली है बताया जा रहा है कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के अब तक 9,37,567 मामले सामने आए हैं । 47,256 लोग इस वायरस की बीमारी के कारण मर चुके हैं । इस खौफनाक बीमारी की कोई दवा फिलहाल अभी तक बाजार में मौजूद नहीं है । इस कारण कशमकश की परिस्थिति बनी हुई है।
ज़िक्र इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है । डीन कुड्स ने 29 साल पहले 1981 में अपनी पहली किताब The eyes of darkness वायरस को लेकर चर्चा की थी। किताब में लेखक ने लिखा था कि एक वायरस आएगा जिसका नाम होगा बुहन 400 जो दुनिया मे तबाही मचाएगा ।
बता दें कि कूँट्ज़ ने इस किताब में लिखा था कि कहीं पर जब हथियार बनाने की कोशिश हो रही है इसी दौरान एक वायरस का जन्म होगा,
इंटरनेट पर तमाम ऐसे यूजर्स हैं जो इस बात पर एकमत हैं कि हम एक बेहद अजीब दुनिया में रहकर जिंदगी जी रहे हैं जहां कई बार ऐसी कहानियां हमारे सामने से होकर गुजरती है जिसके अर्थ कई मायने में चौंकाने वाले हो सकते हैं लोग इस बात को लेकर हैरान हैं कि 40 साल पहले कहीं बात आज सच साबित हो रही है।
सोशल मीडिया पर सिलविया ब्राउन की किताब End of days भी खूब सुर्खियां बटोर रही है, जिसमें लेखिका ने बीमारी के बारे में जिक्र किया है ,
सिलविया ने अपनी किताब में बताया है कि 2020 में निमोनिया की तरह एक बीमारी आएगी जो पूरे विश्व में फैलेगी, बीमारी लोगों के फेफड़े पर हमला करेगी और इसका कोई इलाज नहीं होगा।
किताब में लेखिका ने इस बात का भी जिक्र किया है कि जितनी तेजी से यह बीमारी आएगी उतनी तेजी से यह बीमारी गायब भी होगी । इसके बाद इसका फिर उदय होगा यह लोगों को बर्बाद करेगी उनकी जिंदगियां खा जाएगी, फिर हमेशा के लिए गायब हो जाएगी,
जिस हिसाब से लोग सोशल मीडिया पर किताब के पेज को शेयर कर रहे हैं साफ हो गया है कि दोनों ही लेखकों ने अपनी कल्पनाओं में यह जानलेवा बीमारी और मौत के मंजर बहुत पहले ही देख लिया था, और दुनिया को बताया था कि आने वाले वक्त में हालात कैसे होंगे |
अब जबकि दोनों ही लेखकों की बात सच प्रतीत हो रही है तो उन तमाम लोगों में खोफ बढ़ रहा है, जो अब तक इस बीमारी को हल्के में लेते हुए यह सोच रहे थे कि इस बीमारी से उनका कुछ नुकसान नहीं होगा, बीमारी कैसे खत्म होगी, इस जानलेवा बीमारी की दवा कब तक आती है, सवाल कई हैं, जिसका जवाब वक्त देगा। लेकिन जो वर्तमान है उसमें हम बीमारी के चलते लोगों को मरते हुए देख रहे हैं, उसे देखकर यही लगता है कि जो चीजें बहुत पहले लिखी जा चुकी थी उन्हें किसी भी हाल में हम हल्के में नहीं लेना चाहिए । शुरुआत में सावधानी खुद ही बरतनी चाहिए।
आज से कई साल पहले इन दो किताबों में आज की परिस्थिति के बारे में तो स्पष्ट लिखा हुआ था, लेकिन इस चीज को लेकर यह साफ नहीं किया जा सकता कि उन लेखकों को कैसे पता था कि आज की समय यह सारी परिस्थिति ठीक ऐसे ही होगी, ये एक सवाल है जिसका जवाब ढूंढ पाना मुश्किल है। लेकिन हम एक काम जरूर कर सकते हैं वह यह है कि हम इस बीमारी को बहुत अधिक फैलने से रोक सकते हैं। और यही करना हमारे लिए बेहद जरूरी है और आप सभी यह कर रहे होंगे ऐसी हम कामना करते हैं आप सभी अपने घर में ही रहे और अपना और अपनों का ख्याल रखते हैं |