Bollywood में ऐसे कई सारे चेहरे हैं। जिन्हें हम उनके किरदारों और अभिनय से ही पहचानते हैं। बहुत से लोगों को ऐसे अभिनेताओं या फिर अभिनेत्रियों का नाम तक नहीं पता होगा। ऐसी ही एक अभिनेत्री है जोहरा खान। चूंकि कुछ लोग इन्हें जोहरा खान के नाम से तो जानते हैं। लेकिन यह नहीं जानते कि ये इनका पूरा नाम नहीं है।
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बता दें कि 27 अप्रैल 1912 को नई दिल्ली के सहारनपुर में जन्मी जोहरा खान एक सुन्नी मुस्लिम परिवार से संबंध रखती थी। जोहरा सेहगल का पूरा नाम साहिबजादी जोहरा बेगम मुमताज उल्लाह खान था।
सिर्फ 17 साल की उम्र में मोतियाबिंद की वजह से जोहरा खान को अपनी बाई आंख गवानी पड़ी थी। शुरू से ही विद्रोही स्वभाव की जोहरा खान को देहरादून में आयोजित मशहूर नृत्यांगना उदय शंकर के नृत्य ने प्रेरणा दी। विभिन्न संस्कृतियों और रीति-रिवाजों में गहरी रूचि रखने वाली जोहरा खान ने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद से उदय शंकर की मंडली में शामिल होने का फैसला किया। इस मंडली में शामिल होने के बाद से उन्होंने हर जगह की यात्रा की।
जर्मनी के मैरी बिगमैन बैली स्कूल में एडमिशन पाने वाली जोहरा सेहगल पहली भारतीय महिला बनी। 3 साल तक जोहरा ने वहां पर नए जमाने का डांस सीखा। इसी दौरान किस्मत से उन्हें मौका मिला वह नृत्य नाटिका देखने का जिसने उनका जीवन बदल दिया। दरअसल इस नृत्य नाटिका का नाम था ‘शिव पार्वती’ और इसे लेकर उन दिनों विश्व भ्रमण पर निकले थे भारत के मशहूर नर्तक उदय शंकर। नाटिका खत्म होने के बाद से जोहरा पहुंच गई मंच के पीछे उदय शंकर से मिलने। विदेश में इतनी खूबसूरत भारतीय युवती की परंपरिक नृत्य में दिलचस्पी देखकर वो बेहद खुश हुए और बोले कि वतन पहुंचते ही वह उनके लिए काम देखेंगे।
जैसा कि कामयाब लोगों की अक्सर आदत होती है। उदय शंकर ने जोहरा में एक अलग काबिलियत देख ली थी। तब जोहरा यूरोप में ही थी उन्हें 1 दिन टेलीग्राम मिला। 8 अगस्त 1935 को जोहरा सहगल ने उदय शंकर को जापान में ज्वाइन कर लिया। जापान के बाद से मिश्र, अमेरिका और यूरोप होते हुए जोहरा ने उदय शंकर के साथ खूब दुनिया देखी। सब अपने वतन वापस लौटे, तो जोहरा ने उदय शंकर के अल्मोड़ा स्थित स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया और यही उनको मिले कमलेश्वर सेहगल। इंदौर के रहने वाले सहगल साइंटिस्ट थे, पेंटिंग में करते थे और भारतीय नृत्य के शौकीन थे।
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फिलहाल इन्हीं यात्राओं के दौरान ही जोहरा खान की प्रेम कहानी लिखी गई। उन्होंने अपने से 8 साल छोटे कामेश्वर सेहगल से प्रेम विवाह किया। इसी तरह से जोहरा खान जोहरा सेहगल बन गई। Zohra Sehgal अपने जीवन के चौथे पड़ाव में “बिंदास बुढ़िया” के रूप में हिंदी Bollywood Cinema में मशहूर हुई। उनके नाम पर एक अनोखा Record दर्ज है। पृथ्वीराज कपूर के साथ काम करना शुरू किया तथा उनके परिवार की चौथी पीढ़ी रणबीर कपूर के साथ तक काम करती रही।
हालांकि अपने जीवन के आखिरी पड़ाव पर जोहरा खान हृदय से पीड़ित रहने लगी। 10 जुलाई 2014 को जोहरा सेहगल ने हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। जोहरा सेहगल ने जीवन के हर रंग को गहराई से देखते हुए 102 वर्ष की अपनी जीवन यात्रा पूरी की।