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उत्तरप्रदेश के बिजनौर (Bijnor) से एक सनसनीखेज खबर के मुताबिक, शहर के एक पवित्र मज़ार पर दो सगे भाईयों ने भगवा चोला ( Saffron Cloak) पहनकर तोड़फोड़ की है. सैकड़ो वर्ष पुरानी 3 पीर फ़कीर की मज़ार पर दो सगे भाइयो ने दंगा फैलाने वातावरण खराब करने के purpose से हिंदू धार्मिक वेशभूषा यानी भगवा पहन कर तोड़फोड़ और फसाद की. दोनों भाइयों ने मज़ार पर चढ़ी पवित्र चादरों को भी आग के हवाले करके जला दिया.
इस पुलिस कार्यवाही में शहर के डीएम और एसपी ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दोनों दंगाई भाइयों को गिरफ्तार करके कस्टडी में ले लिया गया है. अब दोनों भाईयों से कड़ाई के साथ पुलिस के अफसर और अधिकारी पूछताछ कर रहे है. गिरफ्तार किए गए दोनों भाई बिजनौर में शेरकोट नामक इलाके के ही रहने वाले है.
ये घटना कल शाम की है. बिजनौर में शेरकोट नामक इलाके के दो सगे भाइयों आदिल व कमाल ने Hindu धर्म का लिबास पहनकर सैकड़ो वर्ष पुरानी भूरे शाह बाबा का दरगाह, जलालशाह बाबा का दरगाह तथा ऐसे ही तीसरी क़ुतुब शाह” की मज़ार को अपने साजिश का निशाना बनाया. दोनों भाइयों ने एक के बाद एक तीनो मज़ारों को तोड़ फोड़ कर तहस नहस करना शुरू कर दिया और मज़ार पर चढ़ी सभी चादरों को आग के लगा कर फेंक दिया.
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दरअसल पूछताछ के बाद यह अंदाजा लगाया गया है कि यह जो दोनों भाई दंगा फैला रहे थे इनका उद्देश्य था हिंदू का भगवा ड्रेस पहनकर के हिंदू धर्म के बदनामी को अंजाम देना
कुछ राहगीरों ने मज़ार पर तोड़ फोड़ की वारदात के घटना को देख लिया था और पुलिस को इस घटना की सूचना दे दी थी. सूचना मिलने के बाद ही Bijnor डीएम और एसपी अपनी टीम के साथ मौका ए वारदात पर पहुंच गए और तोड़ फोड़ की गई तीनो मज़ारों पर रिपेयर का काम शुरू करा दिया गया है ताकि इस पवित्र स्थल की गरिमा बनी रहे. इसके साथ ही पुलिस ने इन दोनों सगे मुजरिम भाइयो को गिरफ्तार भी कर लिया जिनके साथ पुलिस strictly से पूछताछ भी की कर रही है.