Beautiful Village of India: कहते हैं भारत की आत्मा गांवों में बसती है । तेजी से होते शहरीकरण ने भले ही हमें प्रकृति से दूर कर दिया हो पर आज भी भारत में बहुत से ऐसे गांव हैं जो आधुनिक चकाचौंध से दूर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और सौंदर्य के लिए जाने जाते हैं । इन गांवों की खूबसूरती ऐसी है कि पूरे भारत से ही नहीं बल्कि दुनिया भर से सैलानी यहां फुर्सत के कुछ पल बिताने आते हैं । वैसे तो हर गांव अपने आप मे खूबसूरत है फिर भी हम भारत के 10 खूबसूरत गांवों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जहां एक बार गए तो वापस लौटने का मन नहीं करेगा ।
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हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित बीड़ गांव अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है । कुछ लोग इस गांव को ‘बीर’ भी बोलते हैं । पर्वतों और वनों से घिरा यह गांव बेहद रमणीय है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है । यह गांव जोगिंदर नगर घाटी के पास स्थित है। बौद्ध मठ की अधिकता होने से आध्यात्मिक रूप से बीड़ का महत्व है । बता दें कि इस गांव में कभी चंद्रवंशी वंश के पाल वंश का शासन हुआ करता था । कांगड़ा जिले के इस गांव में पर्यटक एडवेंचर एक्टिविटीज, पैराग्लाइडिंग ,कैम्पिंग आदि का आनंद उठा सकते हैं ।
ओडिशा के गजपति जिले का जिरांग गांव भी अपनी नेचुरल खूबसूरती के लिए जाना जाता है । इस गांव को चन्द्रगिरि भी कहा जाता है । इस गांव की प्राकृतिक छटा निहारने के लिए देश दुनिया से सैलानी आते हैं । तिब्बती मूल की आबादी होने से यहां बौद्ध मठ भी मिल जाते हैं । पूर्वी घाटों और पद्मसंभव महाविहार मठ की खूबसूरती देखते ही बनती है ।
भारत की चीन सीमा से लगते लेह से 127 किमी दूर लामायुरू गांव स्थित है । इस गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां की धरती पूर्णिमा की रात जैसी श्वेत शुभ्र चमकती है । इस गांव में सूनी पड़ी जमीन, बर्फ से ढके पहाड़ और नदियां इसे दूसरे गांवों से अलग बनाती हैं । समुद्र से बेहद ऊंचाई (3510 मीटर) पर स्थित इस गांव में तापमान माइनस 40 डिग्री सेंटीग्रेड रहता है । हालांकि तब भी इस खूबसूरत गांव में घूमने का सपना पर्यटक देखते हैं ।
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कर्नाटक के उडुपी जिले में स्थित यह गांव अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया मे मशहूर है । लोग यहां की प्राकृतिक छटा देखने के लिए आते रहते हैं । खास जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध यह गांव मंगलुरु से 79 तो उडुपी से 40 किलोमीटर दूर है । ऐसे में यदि आप इस गांव की खूबसूरती अपनी आंखों से निहारना चाहते हैं तो आपके लिए यह एक बेस्ट चॉइस हो सकती है । बता दें कि इस गांव में केरे बसदी का 850 साल पुराना इतिहास है जो कि जैन भगवान पार्श्वनाथ को समर्पित है । बता दें कि इस मंदिर तक सिर्फ नाव से ही जाया जा सकता है ।
राजस्थान के थार मरुस्थल में बसा छोटा सा पुरवा खिमसार अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है । ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इस गांव में बीचों बीच एक पानी की झील है जो इस गांव को अद्भुत बनाती है । आसपास सूखे मरुस्थल के बीच पानी की झील इस गांव को पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण बनाती है । यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सैलानी आते रहते हैं ।