सर्दी के मौसम में बथुआ बहुत ही ज्यादा मात्रा में खाये जाने का रिवाज है लोग समझते हैं कि यह सेहत के लिये बहुत लाभप्रद है और यह सही भी है परंतु इसका आवश्यकता से अधिक सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है,आज हम आपको बताएंगे कि यह आपको कैसे हानि पहुंचा सकता है।
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अगर कोई गर्भवती महिला अधिक मात्रा में बथुआ का सेवन कर रही है तो यह उसके लिये नुकसान देय हो सकता है।प्रेगनेंट औरतों को अधिक मात्रा में बथुआ के सेवन से बचना चाहिए,इसके सेवन से गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है,ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।
शायद आपको पता न हो पर आपको बता दें कि बथुआ में ऑक्जेलिक एसिड पाया जाता है जिसका अधिक मात्रा में सेवन करने से डायरिया,पेट में दर्द, कब्ज जैसी शिकायत हो सकती है, ऐसे मे बथुआ का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।जो लोग बथुआ को बहुत उपयोगी समझ कर इसका अनियमित सेवन करते रहते हैं उनको खासतौर पर सचेत होने की जरूरत है।
बथुआ के अधिक उपयोग से आपको जो समस्यायें हो सकती हैं उनमें से एक है कैल्शियम की कमी होना और स्किन की समस्या होना।
जिनकी स्किन संवेदनशील है उन्हें कई बार बथुए का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी की समस्या हो सकती है।बथुए के साग में ऑक्सीलिक एसिड की अधिक मात्रा होती है जो आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकती है अतः आप बथुये का प्रयोग करें भी तो बहुत ही नियंत्रित मात्रा में अन्यथा लाभ की जगज आपको हानि उठानी पड़ सकती है।
आजकल आप देख रहे होंगे कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो गुप्त रोग के अलग अलग प्रकारों से संक्रमित रहते हैं ,प्रजनन सम्बन्धी रोग भी उसी में आते हैं।
क्या आपको पता है कि बथुआ का साग अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो ये प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है क्योंकि इसमें प्रजनन विरोधी गुण होते हैं जिसके अधिक सेवन से प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है अतः नवविवाहित दम्पत्ति को इसके प्रयोग से बचना चाहिये अन्यथा उनका वंश संकट में पड़ सकता है।
अगर आपको बथुआ खाने की आवश्यकता पड़ती है तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आप डॉक्टर की सलाह लें और उसी के अनुरूप आप इसका सेवन करें,अगर स्वयं सेवन कर रहे हैं तो आप ध्यान रखें कि मात्रा नियंत्रित होनी चाहिये नहीं तो आप संकट में पड़ सकते हैं।