रूस एयर यूक्रेन के युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन बहुत ही ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं और लोग उनके बारे में अधिक से अधिक जानने का प्रयास कर रहे हैं,आज आपको पुतिन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जानने को मिलेंगी,जिनमे सबसे खास बात यह होगी कि पुतिन का रूस के अस्तित्व से कितना गहरा रिश्ता है,अतः अगर आप भी रूसी राष्ट्रपति के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहते हैं तो आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें।
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सबसे पहले आपको यह बताते है की ब्लादिमीर पुतिन रूस के अस्तित्व से किस तरह जुड़े हुये हैं तो आपको बता दें कि पुतिन के दादा स्पिरोदोन ,लेनिन और फिर स्टालिन के बहुत ख़ास व्यक्ति थे,और ब्लादिमीर पुतिन के पिता ने द्वितीय विश्वयुद्ध में एक सैनिक के रूप ने सोवियत संघ की तरफ से हिस्सा लिया था तो इस प्रकार ब्लादिमीर पुतिन की जड़े काफी गहरी हैं और यह उनकी विरासती ताक़त है।
रूसी राष्ट्रपति की दूसरी सबसे बड़ी ताकत उनके शातिर दिमाग को समझा जाता है,आपको बता दें कि पुतिन लॉ ग्रेजुएट हैं और एक ख़ुफ़िया एजेंट के तौर पर सेवायें दे चुके हैं अतः स्वाभाविक है कि दिमागी रूप से पुतिन बहुत ताकतवर होंगे और यह सिद्ध भी हो रहा है।
पुतिन के सफर की बात करें तो आपको बता दें कि वर्ष 1975 ई में पुतिन को राज्य सुरक्षा समिति का निदेशक बनाया गया था,उसके बाद पुतिन ने रेड बैनर इंस्टिट्यूट से जर्मन व अंग्रेजी भाषा सीखी थी।
1985 में ब्लादिमीर पुतिन को पूर्वी जर्मनी में काउंटर इंटेलिजेंस के लिये भेजा गया था और उसके बाद वर्ष 1990 में लेनिनग्राद स्टेट यूनिवर्सिटी में पुतिन को अंतरराष्ट्रीय मामलों का डीन बनाया गया था तथा 1991 में पुतिन अनातोली सोबचक कार्यालय से जुड़े और सोबचक लेनिनग्राद के मेयर बन गये।
1997 में पुतिन को क्रेमनिल में बोरिस येल्तसिन का उपप्रशासक प्रमुख बनाया गया,तथा 1999 में पुतिन को रूस की सुरक्षा परिषद का प्रमुख बनाया गया और फिर अगस्त 1999 में ही इन्हें प्रधानमन्त्री का दायित्व मिला कुछ समय बाद जब तत्कालीन राष्ट्रपति घोटाले में फंसे तो पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया,और अब वह राष्ट्रपति है तथा 2036 तक राष्ट्रपति रहने वाले हैं।
यह पुतिन से जुड़े कुछ खास पहलू हैं,जो आप सबको जानना बहुत जरूरी है।