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Yamraj of Bihar: गोपालगंज शहर के हजियापुर गांव निवासी प्रमोद दुबे के पुत्र अनुराग दुबे कभी यमराज का वेश बनाकर लोगों को डराते हुए यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया करते थे जिससे कि लोग सही से बाइक चलाएं और हेलमेट लगाएं वे बाइक चालकों को हेलमेट व कार चालकों को सीट बेल्ट लगाने के लिए अपील भी किया करते थे बेंगलुरु में कार की चपेट में आने के बाद अनुराग दुबे जख्मी हो चुके हैं इसके बाद उनकी तबीयत खराब होती चली जा रही है आज अनुराग दुबे की जान बचाने के लिए युवा इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर आम लोगों से मदद की मांग रहे हैं
एक ऐसा इंसान जिसने कभी भी अपने फायदे के लिए नहीं कुछ किया बल्कि जनता के लिए एक ऐसा काम किया करते थे कि लोगों को आने जाने में कोई दिक्कत ना हो यातायात नियमों का पालन करें और लोग सीट बेल्ट पहने साथ ही साथ हर कोई हेलमेट लगाए वह यमराज बन कर के लोगों को डराया तो करते थे लेकिन उनका मकसद डराना नहीं था बल्कि लोगों को जागरूक करना था आज उनके साथ कुछ ऐसा हो गया जिससे कि उनकी परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं और उनकी परेशानियां इतनी बढ़ चुकी है कि वह बेहद परेशान है और वह जनता से अपनी मदद के लिए आज गुहार लगा रहे हैं
गोपालगंज की सड़कों पर यमराज के रूप धरकर अनुराग दुबे लोगों को हेलमेट पहनने को जागरूक किया करते थे पिछले साल बेंगलुरु में पढ़ने गया चले गए थे सड़क पार करने के दौरान कार ने टक्कर मार मार दिया था हादसे में अनुराग को स्पाइनल में गहरी चोट लग गई थी उस वक्त काफी इलाज कराया गया था आठ से 10 लाख रुपये इलाज में खर्च दिए गए लेकिन फिर भी कुछ सही नहीं हुआ
Yamraj of Bihar सड़कों पर कभी यमराज बनकर लोगों को हेलमेट पहनने के लिए अनुराग दुबे जागरूक किया करते थे लेकिन एक हादसे ने उसकी पूरी जिंदगी ही बर्बाद कर डाली आज अपने भाई अनुराग की मदद के लिए उसकी बहन सृष्टि कुमारी सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा लगाई है अनुराग गोपालगंज शहर के हजियापुर मोहल्ले का रहने वाले हैं पिता प्रमोद कुमार दुबे के अनुसार, स्पाइनल में चोट लगने के कारण गोरखपुर के अस्पताल में इन्हें भर्ती कराया दिया गया है इलाज कराने में मां-बाप जमीन-जायदाद तक बेच दिए हैं परिवार की आर्थिक हालत सही नहीं है अब इलाज में पैसे खर्च करने के लिए कुछ भी नहीं है
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दुबे के पुत्र अनुराग दुबे करीब दो साल पूर्व बेंगलुरु में सड़क पार करने के दौरान कार की चपेट में चले गए थे इस दौरान वह गंभीर रूप से जख्मी हो चुके थे पिता प्रमोद दुबे ने बेटे का इलाज कराकर उन्हें स्वस्थ भी करा दिया था इसके बाद वह घर आ गए। हादसे के करीब 18 माह बाद जख्मी अनुराग दुबे के स्पाइनल व कमर में लगी गहरी चोट के कारण उनकी तबीयत और खराब हो गई इसके बाद आनन-फानन में उनकी मां उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया पिता के घर नहीं होने के कारण उनकी तबीयत खराब होती चली जा रही थी
इस बीच परिवार की हालत ठीक नहीं होने के कारण उनका बेहतर इलाज भी नहीं हो पाया था इस दौरान उन्हें बेड सोल कैसी दिक्कत हो गई इसके बाद उनकी स्वास्थ्य में और उनकी तबीयत और खराब होने लगी इसके बाद अनुराग दुबे की बहन बहन सृष्टि कुमारी, दोस्त सनी सिंह विकास, अनीश कुमार, सहित अन्य ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर आम लोगों से मदद की मांग रहे हैं लोगों के द्वारा आनलाइन मदद मुहैया कराया जा रहा है
इसके बाद अनुराग दुबे को उनकी मां व अन्य सदस्य गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंच गए वहां उनका इलाज चल रहा है। बता दें कि यमराज बनकर वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का तरीका लोगों को खूब पसंद आया करता था