दुनिया भर में 16 अक्टूबर को वर्ल्ड फूड डे मनाया जाता है। वर्ल्ड फूड डे मतलब की विश्व खाद दिवस के मनाने का मुख्य वजह भुखमरी और भूख से पीड़ित लोगों को जागरुक करना है। इस दिन का आयोजन खाद व कृषि संगठन के सदस्यों द्वारा शुरू किया गया था। इस दिवस के बारे में खाद्य और कृषि संगठन के सदस्य देशों के 20वें महासम्मेलन में प्रस्ताव रखा गया था। तथा इसके बाद से ही वर्ष 1981 से इसे हर साल मनाया जा रहा है। इस दिन को कई संगठनों जैसे कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम, इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट द्वारा मनाया जाता है। जो कि खाद सुरक्षा से जुड़े मामलों से ही संबंधित है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में लगातार कुपोषण के मामले बढ़े हैं। इस दिन को इसी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए पोषण से भरपूर भोजन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
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वर्ल्ड फूड डे यानी कि विश्व खाद दिवस पूरी दुनिया के 150 देशों के द्वारा मिलकर मनाया जाता है। यह दिन 1981 से हर साल 16 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस को प्रत्येक वर्ष एक थीम के तहत मनाया जाता है। आज पूरी दुनिया में लाखों लोग भूख के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। भोजन पर प्रत्येक व्यक्ति का मौलिक और बुनियादी अधिकार मानते हुए प्रत्येक व्यक्ति को भूख से बचाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। कई तरह के आयोजन इस दिन किए जाते हैं। ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा भूख से पीड़ित लोगों की मदद के लिए प्रेरित और जागरूक किया जा सके।
दुनिया भर में हर साल अलग-अलग थीम साथ विश्व खाद दिवस मनाया जाता है। इस बार वर्ल्ड फूड डे 2021 की थीम कृषि और खाद्य संगठन के अनुसार “Our actions are our future- better production, better nutrition, a better environment and a better life” (हमारे कार्य हमारा भविष्य है – बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण, बेहतर उत्पादन तथा बेहतरीन जीवन) की थीम पर दुनिया भर में ये दिन मनाया जाएगा।
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि एक बुनियादी व मौलिक मानव अधिकार है। 1945 में डब्ल्यूएफडी उस दिन की याद दिलाता है। जब संयुक्त राष्ट्र खाद्य तथा कृषि संगठन की स्थापना हुई थी। चूंकि विश्व खाद्य दिवस को मनाने का प्रस्ताव 1979 नवंबर में हंगरी के पर्व कृषि व खाद मंत्री डॉ पाल रोमनी ने दिया था। तभी से इसे 16 अक्टूबर को 150 से ज्यादा देशों में मनाया जाता है। इस दिन बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है।
खाद्य व कृषि संगठन के अनुसार दुनिया की जनसंख्या का 40 फ़ीसदी हिस्सा स्वस्थ आहार से वंचित है। आज ये संख्या 3 अरब से कहीं ज्यादा है। तथा वही दुनियां का पैदा किया हुआ एक तिहाई खाना जो लगभग एक ट्रिलियन डॉलर का होता है। बेकार चला जाता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 82 करोड लोग भूख से पीड़ित हैं।