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आखिर क्या था Dr. Vikas Divyakirti Drishti IAS का सीता माता पर वो बयान, उठी कोचिंग सेंटर बैन करने की मांग

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Vikas Divyakirti Statement: UPSC Exam की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए डॉ विकास दिव्यकीर्ति (Dr Vikas Divyakriti) का नाम किसी भी परिचय का मोहताज ही नहीं है।

‘दृष्टि IAS’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के संस्थापक डॉ विकास दिव्यकीर्ति (Dr Vikas Divyakirti) IAS बनने के सिर्फ 1 साल में ही नौकरी से इस्तीफा देकर शिक्षक बन गए।तब से आज तक वो UPSC परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए द्रोणाचार्य समान हैं।

उम्मीदवारों के लिए उम्मीद की किरण हैं। यूपीएससी की तैयारी कराने वाले शिक्षकों में सर्वप्रथम आने वाले डॉ विकास दिव्यकीर्ति के वीडियोज़ लोग खोज-खोज कर देखते थे । आज भी उन्हें और उनके विडीयो को देख रहे हैं लेकिन आज इन्हें सर्च करने की वजह बदल चुकी है।

सीता मैया पर टिप्पणी के बाद विवादों में फंसे डॉ. विकास

UPSC कोचिंग सेंटर Drishti IAS के संस्थापक डॉ Vikas Divyakirti अपने पढ़ाने के तरीके को लेकर प्रचलित है। आप में से अगर कुछ लोग नहीं जानते तो बता दें कि अपने इसी कोचिंग सेंटर में उन्होंने हजारों उदाहरणों से समझा कर छात्रों को परीक्षा की तैयारीयां कारवाई है लेकिन अब एक उदाहरण को लेकर उनके कोचिंग सेंटर तक को बैन करवाने की मांग हुई है। दरअसल, डॉ विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti viral Video) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर यह कहा जा रहा है कि उन्होंने सीता मैया की तुलना ‘कुत्ते के चाटे हुए घी’ से कर दी है।

यहां देखें उनका ये वीडियो

Vikas Divyakirti

इस वीडियो (Vikas Divyakirti viral Video) पर साध्वी प्राची जैसे हिंदुत्ववादी नेताओं ने कडी आपत्ति दर्ज करवाई है।

छात्रों ने शिक्षक के समर्थन में किया पूरा वीडियो अपलोड

Vikas Divyakirti

वहीं, दुसरी तरफ कई छात्रों ने अपने शिक्षक के समर्थन में उनका पूरा वीडियो भी अपलोड किया है, जहां डॉ. दिव्याकृति को यह कहते हुए सुन सकते है कि, फिल्मों में, अंत में जब नायक और नायिका का मिलन होता हैं, वे दौड़े दौड़े चले आते हैं। इधर, सीता मैया भी खुश थी कि राम ने रावण को हरा दिया है और वह अब इतने दिनों के बाद अपने घर जा रही हैं। दुसरी तरफ राम जी भी समझ चुके थे कि सीता खुश हो रही हैं।

राम जी ने कहा ‘रुको सीते’ और फिर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जो कहते हुए मुझे बहुत ही बुरा महसूस हो रहा है और अगर मैं उन शब्दों को कह दूं तो मेरी जुबान कट जाए। लेकिन फिर भी मुझे कहना पड़ेगा.. आखिर क्या करें…”

तब उन्होंने (Vikas Divyakirti statement) कहा, “राम ने सीता मैया से कहा कि (उन्होंने) सीता के लिए युद्ध नहीं किया। उन्होंने अपने वंश के लिए ही युद्ध लड़ा है। जैसे की किसी कुत्ते के चाटने से घी खाने योग्य नहीं होता है, वैसे ही अब आप मेरे लिए योग्य नहीं हैं।”

Vikas Divyakirti

जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हर तरफ लोग डॉक्टर विकास की आलोचना कर रहे हैं। मामला इतना बढ़ चुका है कि अब लोग ट्विटर पर उनकी कोचिंग सेंटर को भी बंद करने की मांग करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि डॉक्टर विकास द्वारा की गई इस टिप्पणी से लोगों की भावनाएं आहत हुई है।

अब जानते हैं क्या कहते हैं डॉ विकास ?

Vikas Divyakirti

इस कॉन्ट्रोवर्सी को लेकर सफाई देते हुए डॉ विकास ने कहा कि उन्होंने यह बात मनगढ़ंत तौर पर नहीं कही है। अगर ऐसा होता तो वह निश्चित रूप से इसके लिए जिम्मेदार होते। लेकिन जब यह बात ग्रंथों में लिखी गई है तो वह गलत नहीं है। दरअसल विवाद को बढ़ता देखकर डॉक्टर विकास दर लल्लनटॉप शो में आए और उन्होंने इस विवाद पर अपना पक्ष रखा था।।

इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि, ‘उन पर सवाल करने वाले लोग जितने भी हिंदू हैं, उतना ही हिंदू मैं खुद भी हूं।” उन्होंने कहा कि पुरुषोत्तम अग्रवाल की एक पुस्तक से उन्होंने छात्रों को यह उदाहरण दिया था। Dr. Vikas Divyakirti ने कहा कि, “पुरुषोत्तम अग्रवाल UPSC के सदस्य थे, जिसका अर्थ यह है कि हम भी उन्हें अपनी पढ़ाई में उद्धृत कर सकते हैं। मैंने रामायण या महाभारत संस्कृत में तो नहीं पढ़ी है लेकिन इस पुस्तक में वाल्मीकि रामायण के हवाले से ही उदाहरण दिया गया है।”

“मेरे पास है ये सबूत”

Vikas Divyakirti

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डॉ. विकास ने पेज नंबर बताते हुए कहा कहा कि, “मैं बिना किसी भी सबूत के नहीं बोलता हूं । मैंने सोशल मीडिया पर कम समय और अध्ययन में अधिक समय व्यतीत किया है और वहीं मैं अधिक सहज महसूस भीज्ञकरता हूं।”

डॉ. विकास ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “अब यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि हम क्या करें क्योंकि UPSC में ऐसे सवाल आते हैं ही जैसे – “तुलसीदास के संदर्भ में नारीवाद का मूल्यांकन करें।” तुलसीदास ने अपने रामचरितमानस में उन हिस्सों को हटाया और प्रगतिशील साबित हुए थे”

“यह भगवान राम नहीं कह रहे हैं लेकिन यहां भगवान राम के माध्यम से लेखक ने अपने शब्दों को पात्रों के वाक्यों में बदला हुआ है। लेकिन तुलसीदास बड़े ही आधुनिक थे और उन्होंने नारीवाद के आगमन को देखते हुए इसे अपनी पुस्तक में शामिल नहीं किया है।

दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के उस हिस्से में ये बात कही गई है जिसे वायरल वीडियो से हटाया गया है। इसके साथ ही Dr. Vikas ने अपने लेक्चर की शुरुआत में ही कहा है कि ऐसा कहते हुए उनकी जुबान भी कांप रही है।

वायरल हुआ डॉ विकास दिव्यकीर्ति का अधूरा बयान

यहां पर हम भी आपको बता दें कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें डॉक्टर विकास का अधूरा बयान बताया गया है। डॉक्टर विकास के समर्थकों के अनुसार अगर पूरा उदाहरण सुना जाए तो विवाद की कोई जड़ ही नहीं है। इस ‘पूरे वीडियो’ वीडियो में डॉक्टर विकास कह रहे हैं कि,

‘संस्कृत के एक ग्रंथ में भगवान राम के मुंह से ऐसा कहलवाया गया है, जो राम नहीं कह रहे लेकिन लेखक कह रहा है।

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जानें कौन हैं पहले ही प्रयास में बने IAS Dr Vikas Divyakirti

Vikas Divyakirti

Dr. Vikas Divyakirti दिल्ली स्थित कोचिंग संस्थान Drishti IAS के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। पिछले दो दशक में उन्होंने एक शिक्षक के रूप में अपनी छवि को मजबूत कर खुद को छात्रों के बीच एक स्टार के जैसे स्थापित किया है। 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा के मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे Dr. Vikas एक IAS ऑफिसर थे लेकिन फिर उन्होंने नौकरी करना पसंद नहीं किया और एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी।.

1996 में पहले ही प्रयास में UPSC एग्जाम क्लियर करने को बाद वह IAS ऑफिसर चुने गए और गृह मंत्रालय में नौकरी भी मिली।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति ये वो नाम है जिसके बारे में आज हर कोई जानना चाहता है। बचपन से ही पढ़ाई में तेज विकास के माता-पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर थे। इसलिए शुरुआत से ही इनका लगाव भी हिंदी की तरफ ही रहा था। डॉ विकास ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से BA, हिंदी साहित्य में MA, M.Phil और PhD क्या हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और भारतीय विद्या भवन से भी हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद में पोस्ट ग्रेजुएट भी किया हुआ है।

1999 में की थी ‘Drishti IAS’ कोचिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत

देश की सबसे बड़ी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद डॉ Vikas Divyakirti ने साल 1999 में ‘Drishti IAS’ कोचिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत की, जिसका हेतु सरल और सहज भाषा में छात्रों को IAS की तैयारी करवाना था। डॉक्टर विकास की पत्नी डॉक्टर तरुण वर्मा भी संस्थान की Director हैं। इसके अलावा एक बात आपको और भी बता दें कि बच्चों को पढ़ाने के साथ ही डॉ विकास समसामयिक मुद्दों की मासिक पत्रिका ‘दृष्टि करेंट अफेयर्स टुडे’ का भी संपादन करते हैं।

2017 में यूट्यूब चैनल की शुरूआत

डॉ Vikas Divyakirti का यूट्यूब पर Drishti IAS के नाम से यूट्यूब चैनल है, जिसके करीब 90 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं इंस्टाग्राम पर भी उनके 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

हिंदी में तैयारी करने वाले छात्रों के लिए द्रोणाचार्य है डॉक्टर विकास

हमारे देश की प्रमुख भाषा हिंदी ही है, और देश के ज्यादातर बच्चे हिंदी भाषा में ही तैयारी करना चाहते हैं। डॉक्टर विकास का दृष्टि IAS कोचिंग इंस्टीट्यूट हिंदी भाषा में तैयारी करने वाले सभी छात्रों के लिए एक ऐसा संस्थान है जहां सरल, सहज भाषा में बच्चों को तैयारीयां करवाई जाती है।

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