UFO: ब्रम्हांड बहुत बड़ा है इसमें क्या-क्या है, यह कोई अनुमान से कह भी नहीं सकता लेकिन वैज्ञानिकों का प्रयास है। कि वह अधिक से अधिक जान सकें, लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं। जो वैज्ञानिकों की पहुँच से बाहर हैं उन्हें वैज्ञानिक भी नहीं समझ पा रहे हैं,ऐसी ही एक चीज है, UFO जिस पर चर्चायें तो होती है। पर UFO की हक़ीक़त कोई नहीं बता पाता, आज हम आपको बतायेंगे की UFO क्या है..? और यह चर्चा का विषय क्यों बन जाता है।
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सबसे पहले आपको बताते हैं, कि UFO है क्या…तो आपको बता दें कि UFO का फुल फॉर्म Unidentified flying Object है, आप फुल फॉर्म से यह समझ सकते हैं कि यह क्या हो सकता है फिर भी हम सरल शब्दों में आपको बता दें, कि यह एक प्रकार का उड़ने वाला यंत्र है। जिसे अभी तक पहचाना नहीं जा सका है, अर्थात एक ऐसी वस्तु जिसे हमने देखा तो कई बार है। पर वह क्या है, आज तक नहीं जान पाये, चूँकि उड़ते हुये देखा है। अतः नाम दे दिया Unidentified flying Object और लगातार तलाश जारी है, इसकी पहचान की।
अब अगर कभी आप समुद्र की यात्रा पर जायें अथवा अन्य कहीं यात्रा कर रहे हों तो सम्भव है। कि आपको भी यह UFO देखने को मिल जाये तो उस समय आप ज्यादा आश्चर्य में न पड़ें इसलिये इसके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी अभी से जुटा लीजिये तो अच्छा होगा… आपको बता दें, कि ऐसा प्रतीत होता है। जैसे UFO हवा और पानी दोनो माध्यमो में यात्रा करने में सक्षम है।
अगर बात आकार की की जाये तो यह किसी गेंद के आकार में लगभग 2 मीटर व्यास वाली वस्तु है, और इसकी स्पीड 254 किलोमीटर प्रति घण्टे आंकी गयी है,यह किसी भी आधुनिक यंत्र से तेज चल सकने वाला ऑब्जेक्ट है।
हालांकि U.F.O सेना की नज़र में कई बार आ चुका है, लेकिन कभी-कभी आमना-सामना बहुत पास से हुआ और फोटोग्रॉपी व वीडियोग्रॉफी का मौका मिल गया ,ऐसा ही मामला 2019 का है, जब अमेरिकी सेना को समुद्र में UFO दिखा था, इसे बाक़ायदा कैमरे में रिकॉर्ड किया गया था,स्पष्ट तौर पर वीडियो में देखा जा सकता है, कि ये UFO पहले सतह पर उड़ता रहता है। फिर अचानक से उसी समुद्र में ग़ायब हो जाता है,यह वीडियो इस बात की पुष्टि करते हैं। कि यह कुछ है, जो हमारी जानकारी और पहुँच से बाहर है।
कुछ लोग यह प्रश्न भी पूंछ सकते हैं। की आखिर UFO की तलाश जरूरी क्यों है। तो आपको बता दें, कि UFO गति व प्रकृति तथा आकार यह स्पष्ट करते हैं, कि कहीं न कहीं कोई न कोई टेक्नोलॉजी ऐसी जरूर है। जो हमसे आगे है,अतः सुरक्षा और विकास की दृष्टि से उस तकनीकी का पता लगाना बेहद जरूरी है।
आपको बता दें, कि अमेरिकी संसद के मुताबिक UFO को लगभग 400 बार देखा गया है, और लगभग 11 बार तो इसे सेना के लोगों ने देखा है, हालांकि इसे पकड़ने व ढूँढने का प्रयास किया गया पर वह सफल नहीं हो सका, खोज निरंतर जारी है।
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चूँकि यह किसी शत्रु देश की टेक्नोलॉजी भी हो सकती है। और ऐसा भी हो सकता है, कि पृथ्वी के अलावा भी किसी ग्रह पर पृथ्वी की तरह ही कुछ गतोविधियाँ होती हों या यह भी हो सकता है कि एलियन की तरह यहां भी कुछ हो तो ऐसे में यह सुनिश्चित होना बहुत आवश्यक है कि आख़िर यह है, क्या..?