संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को लताड़ लगाई है। आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कई देश पाकिस्तान को समय-समय पर आतंक के मसले पर लताड़ लगाते रहते हैं। हाल ही में यूनाइटेड नेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिना नाम लिए फटकार लगाए जाने के बाद एक बार फिर से भारत ने पाकिस्तान पर ही निशाना साधा है। भारत में यूनाइटेड नेशन में पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि यूं तो यूनाइटेड नेशन में पाकिस्तान शांति व सुरक्षा की बात करता रहता है। लेकिन उनके पीएम इमरान खान वैश्विक आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद के रूप में महिमामंडित भी करते हैं। अभी पिछले साल की ही बात है कि अलकायदा के कुख्यात आतंकी ओसामा को इमरान खान ने शहीद बता दिया था। जिसके बाद दुनिया भर में उनकी आलोचनाएं खराब हुई थी।
भारत में यूनाइटेड नेशन में राइट-टू-रिप्लाई के अंतर्गत फर्स्ट कमेटी जल्दी वेट में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने एकदम स्पष्ट रूप से कहा, पाकिस्तान के स्थाई प्रतिनिधि यहां शांति और सुरक्षा की बात करते हैं। जबकि उनके प्रधानमंत्री ओसामा बिन लादेन जैसे वैश्विक आतंकवादियों को शहीद के रूप में महिमामंडित करते हैं।”भारत ने आगे कहा कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान यूनाइटेड नेशन के सिद्धांतों की परवाह बिना किए बार-बार अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में भी शामिल रहा है। पाकिस्तान की मंच पर झूठ फैलाने की बेताब कोशिश सामूहिक अवमानना की पात्र है।
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पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के संबोधन के राइट-टू-रिप्लाई में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान खुले तौर पर आतंकवादियों का समर्थन कर रहा है तथा उसे हथियार देने के लिए विश्व स्तर पर भी जाना जाता है। भारत में आगे कहा था कि पाकिस्तान के पास संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों की सबसे बड़ी संख्या की मेजबानी करने का सबसे बड़ा अपमानजनक रिकॉर्ड भी है। इंडिया की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दूबे के इस जवाब की काफी चर्चा भी हुए थी। उन्होंने पाकिस्तान को संदेश देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा था कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के संपूर्ण केंद्र शासित प्रदेश भारत के अभिन्न व अविभाज्य अंग थे, है और हमेशा रहेंगे। इसमें वह सभी क्षेत्र शामिल हैं जो पाकिस्तान की अवैध कब्जे में हैं। उन्होंने उसके अवैध कब्जे वाले पाकिस्तान से सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने के लिए कहा था।
ए अमरनाथ ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत पर जम्मू कश्मीर व लद्दाख समेत दूसरे मुद्दों पर भी कई बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। यह भारत के आंतरिक मामले हैं इसलिए इन पर कुछ कहा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर का पूरा हिस्सा भारत के अभिन्न अंग तथा अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा से रहेगा। पाकिस्तान से अवैध कब्जे वाले इन सभी क्षेत्रों को हम तुरंत खाली करने को कहते हैं। यूएन ने महासभा को संबोधित करते हुए इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा था। उन्होंने यह कहा था कि आतंकवाद का टूल की तरह उपयोग करने वाले देशों को यह समझना चाहिए कि ये समान रूप से एक बड़ा खतरा है।