ukraine crisis: रूस तथा यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को खासकर छात्रों से यह कहा कि वह अस्थाई रूप से देश छोड़ दें। यूक्रेन में फिलहाल लगभग 20 हजार से ज्यादा भारतीय हैं।
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दूतावास ने यह कहा कि जिन छात्रों का रहना यहां जरूरी नहीं है वह Ukraine Crisis को छोड़ दें। भारतीयों को ये सलाह दी जाती है कि वह यूक्रेन की गैरजरूरी यात्रा टाल दें। दूतावास ने भारतीय नागरिकों से ये भी कहा कि वह यूक्रेन में अपनी मौजूदगी की जानकारी जरूर दें ताकि जरूरत पड़ने पर ही दूतावास उनसे संपर्क कर सकें।
26 जनवरी को क्यों स्थित भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों से खुद को जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कराने को भी कहा था। एक रिलीज दूतावास ने यह कहा था कि भारतीयों से कार्डिंनेट को लेकर यूक्रेन में रह रहे सारे नागरिकों से अनुरोध है कि वह फॉर्म भरे।
संयुक्त राज्य अमेरिका तथा यूक्रेन ने रूस पर हमले की तैयारी करने का आरोप लगाया है। इसी बीच मास्को ने भी इस आरोप को झूठा बताया तथा यह कहा कि उसका हमला करने का कोई इरादा नहीं है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने पहले ही कहा था कि भारत सहित कोई भी अन्य देश अगर यूक्रेन तथा रूस के बीच तनाव को कम करने की पहल करता है तो अमेरिका उसका स्वागत करेगा। चूंकि यह भी खबर आ रही है कि रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन की सीमा के पास जमे हुए हैं। वही धीरे-धीरे के अत्याधुनिक हथियार तथा उपकरण यहां पर जमा भी किए जा रहे हैं।
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काला सागर यानी की ब्लैक सीनियर उसने पहले से ही यहां के पनडुब्बियों की तैनाती की है। मैदानी इलाके वाले हिस्से में भी आधुनिक हथियारों के साथ ही 7 सैनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। हालांकि अमेरिका अधिकारी पहले ही यह दावा करते आ रहे हैं कि यूक्रेन सीमा के पास 10,000 से ज्यादा रुसी सैनिक का जमावड़ा है।
दरअसल अमेरिका ने यह भी दावा किया था कि बीजिंग ओलंपिक खत्म होने से पहले ही रूस यूक्रेन पर हमला बोल सकता है। ऐसे में ही अमेरिका ने यूक्रेन से अपने नागरिकों को जल्द से जल्द ही निकालने को लेकर फिर से हिदायतें दी हैं। कई दूसरे देश भी वहां लोगों को जाने से मना कर रहा है तथा वहां रह रहे अपने नागरिकों को निकालने की भी अपील कर रहे हैं।