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यह वायलिन बजाते हुए रोते हुए बच्चे की तस्वीर डिएगो फ्रैजो तुर्काटो की है। यह बच्चा अपने टीचर का अंतिम संस्कार पर रोते हुए वायलिन बजा रहा है। बताया जा रहा है कि आज के समय में गरीबी किसी अभिशाप से कम नहीं है। हम इसको इस प्रकार समझ सकते हैं कि जहां गंदा पानी ठहरने लगता है वहां मच्छर पैदा होने लगते हैं उसी प्रकार जहां गरीबी होती है वहां अपराध अपने आप होने लगते हैं। लेकिन टीचर एक ऐसा वरदान है जो अपने शब्दों मात्र से इंसान का ह्रदय परिवर्तन करा सकता है। जिन बच्चों के माता-पिता का साथ नहीं होता या फिर माता-पिता ध्यान नहीं दे पाते वह बच्चे बुरी संगत में पड़ जाते हैं ।और अपराध जैसे मार्ग पर आगे बढ़ जाते हैं। बच्चों को पता नहीं चलता कि वह जिस रास्ते पर जा रहे हैं। वह अच्छा है या बुरा लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ऐसे बच्चों की दुर्दशा देख नहीं पाते तो बच्चों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
ऐसे ही इस तस्वीर में देखने को मिल रहा है इन बच्चों के टीचर ने गरीबी और अपराध के माहौल से निकाला था इस बात को यह बच्चे बखूबी समझते हैं। इसलिए टीचर के पंचतत्व में विलीन होने पर यह बच्चे रो रहे हैं और टीचर के अंतिम संस्कार पर वायलिन बजा रहे हैं।यह वीडियो बहुत से लोगों को पसंद आई है और इससे लोग अपने टीचरों को याद कर रहे हैं और यह वीडियो देखकर लोग भावुक हो रहे हैं। इस वीडियो को देखकर सभी को अपने टीचर्स की की याद आई है और टीचर्स का लोगों के जीवन में क्या महत्व रहा इस पर भी इस वीडियो ने ध्यान आकर्षित किया है।
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