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samajwadi party; उत्तर प्रदेश में नेताओं को चुनावी माहौल के चलते यह देखा जा रहा है कि नेता एक पार्टी से दूसरी पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं। अभी पिछले चार-पांच दिनों में कई दिग्गज नेताओं ने एक पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी ज्वाइन की है। कई नेताओं ने बीजेपी पार्टी को छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं और समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम सिंह लोधी ने भी समाजवादी पार्टी छोड़ दी है उन्होंने अपनी यह बात एक पत्र के जरिए बताई है।
उन्होंने लिखा है कि- “Samajwadi Party की पिछड़ा तथा दलित समाज की उपेक्षा के कारण Samajwadi Party से इस्तीफा देता हूं। इस पार्टी में पिछड़े और दलित समाज को सम्मान ना मिलने से मेरे को दुख हुआ। जिस कारण इस्तीफा भेज रहा हूं ।”
दूसरी तरफ से यह खबर आ रही है कि सपा ने स्वयं ही घनश्याम लोधी को निष्कासित किया है। पार्टी में विरोधाभास के आरोप से सपा के वीरेंद्र गोयल जो जिलाध्यक्ष ने घनश्याम लोधी को पार्टी से हटाया। कहा जा रहा है कि निष्कासन के कुछ देर बाद ही घनश्याम लोधी का इस्तीफा सामने आया। उनके निष्कासन पत्र में लिखा है कि ” घनश्याम लोधी काफी समय से सपा की नीतियों व निर्णय के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। पार्टी के हित के खिलाफ पार्टी को हानि पहुंचा रहे हैं। लगातार पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त होने के कारण घनश्याम लोधी को तत्काल सपा पार्टी से निष्कासित किया।”
इस वजह से इस्तीफा सौंपने के पीछे घनश्याम लोधी ने आरोप लगाया है कि पार्टी में पिछड़ों और दलितों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है जिसके कारण दुखी होकर पार्टी छोड़ना चाहते हैं। घनश्याम लोधी किस पार्टी को ज्वाइन करना चाहते हैं इसकी अभी कोई फिलहाल में जानकारी नहीं मिली है।
इसके पहले की खबर है कि 14 जनवरी को स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विधायकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। सपा ज्वाइन करते ही स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके समर्थक विधायकों ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस बार 14 जनवरी मकर संक्रांति का दिन भाजपा के अंत का इतिहास लिखने जा रहा है। चुनावी माहौल के चलते पार्टियां एक पार्टी से दूसरे पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं।
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि वह जिस पार्टी को छोड़ते हैं उस पार्टी की बर्बादी शुरू हो जाती है। पहले वह बसपा को छोड़कर बीजेपी में आए थे तो बसपा का हाल देखें, आज क्या हुआ और अब बीजेपी छोड़ी है तो इसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।