Ration Card: आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, तो बहुत हद तक सम्भव है, कि आप राशनकार्ड धारक होंगे ही,अगर आप कार्ड धारक होंगे तो आपको यह पता होगा कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर राशन कार्ड से सम्बंधित तमाम तरह की ख़बरें चल रही हैं ऐसे में यह समझना बहुत जरूरी है कि आख़िर इन खबरों में सच्चाई कितनी है,
किस ख़बर को सही माना जाये और किस ख़बर को ग़लत.. और इस पूरे प्रकरण में सरकार की क्या प्रतिक्रिया है यह जानना बहुत जरूरी है तो आपको हम पूरी बात सरल शब्दों में समझायेंगे अतः आप हमारे साथ बने रहें ताकि आप किसी भी ठगी का शिकार होने से बच जायें।
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हमने आपसे कहा है कि हम आपको पूरी बात सरल शब्दों में समझायेंगे तो सबसे पहले आपको यह बताते हैं कि प्रकरण की शुरुवात कैसे हुई,आपको बता दें कि इस मामले की शुरुवात एक आदेश पत्र से हुई जिसमें लिखा था कि मोटरसाइकिल,घर, आदि बुनियादी चीजों के मालिक राशन कार्ड का लाभ नहीं ले सकेंगे,इतना ही नहीं बल्कि अगर ऐसे लोगों ने राशन कार्ड की सुविधा का लाभ लिया है तो उससे वसुली भी की जायेगी।
बता दें कि यह पत्र बांदा जिले के बड़े अधिकारी के आदेश पत्र के रूप में वायरल हुआ था अतः विश्वसनीयता पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगा सका और सबने उसपर यकीन कर लिया,बता दें कि इस पत्र में ऐसी चीजों को निषेध किया गया था जिनके बिना जीवन चल ही नहीं सकता,अतः बवाल होना तो तय था,हालांकि हम यह पुष्टि नहीं करते हैं कि यह पत्र सत्य था।
इस आदेश पत्र के वायरल होते ही सरकार की किरकिरी शुरू हो गयी और राजनेताओं के साथ साथ आम जनमानस ने भी सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया,विपक्ष ने भी सरकार पर ख़ूब तंज कसे साथ ही पक्ष के नेता जैसे वरुण गाँधी आदि भी उत्तर प्रदेश सरकार पर हावी रहे। लगातार वायरल हो रहे आदेश पत्र ने उन लोगो को डरा दिया जिन लोगों की ज़िंदगी राशन कार्ड के सहारे ही चलती थी और लोग भागना दौड़ना शूरु कर दिये,बहुतों ने तो अपना कार्ड सरेंडर तक कर दिया,लेकिन इस कार्ड की वजह से सरकार का विरोध बहुत हुआ।
चारों तरफ जब सरकार की जमकर थू-थू होने लगी तो सरकार नींद से जागी और उसने उस प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सफाई देते हुये सरकार ने कहा कि उसकी तरफ से ऐसा कोई भी आदेश निर्गत नहीं किया गया है जिसमे राशन कार्ड धारकों की कोई नई पात्रता निर्धारित की गई हो अथवा राशन की क़ीमत वसूलने की बात की गई हो।
सरकार ने बताया कि सोशल मीडिया पर चलने वाली ऐसी सभी ख़बरें झूठी और भ्रामक हैं,उन पर न तो विश्वास किया जाना चाहिये और न ही उन्हें आगे बढ़ाना चाहिये। सरकार के बयान के बाद लोगों में राहत देखी गयी है ,हालाँकि यह बात अभी उन सभी लोगों तक नहीं पहुँच पाई हैं जिन सभी लोगों तक पहले वाला वायरल पत्र पहुँच चुका है।
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हालाँकि सरकार के स्पष्टीकरण के बाद लोगों में खुशी की लहर है लेकिन बिना प्रतिक्रिया दिये तो रहा नहीं जा सकता अतः इस बार भी प्रतिक्रिया दी गयी,इस बार कहा गया कि सरकार बैकफूट पर है,हालाँकि सरकार ने जवाब दिया यह भारी विरोध के कारण ही सम्भव हुआ है लेकिन यह कहा जाना कि सरकार बैकफूट पर है कितना सही है यह आप विचार जरूर करियेगा। बहरहाल सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि राशन कार्ड के सम्बंध में कोई नया निर्देश जारी नहीं हुआ है अतः आप न तो स्वयं भ्रमित रहिये और न किसी को भ्रमित कीजिये।