Poem on Country India: देश के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए कुछ शायरियां आपको बहुत ही पसंद आ सकती हैं. ऐसे में अगर आप चाहे तो यहां दी गई कुछ शायरियों को अपने दोस्तों को भी भेज सकते हैं.
भारतीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप राष्ट्रीय ध्वज को बना सकते है अपनी डीपी (प्रोफाइल पिक्चर)
Poem on Country India देशभक्ति शायरी इन हिंदी
अपने देश प्रेम को जाहिर करने का एक सबसे अच्छा तरीका यह भी हो सकता है जो कि है शायरी, जी हां, आप सिर्फ कुछ शब्द से आपके मन की बात लोगों को सामने आसानी से जाहिर कर सकते हैं. ऐसे में आपको बता दें कि यदि आप ये सोच रहे हैं कि कौन-सी शायरी अपने दोस्तों को भेजें तो आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कैसे आप अपनों को कौन-सी शायरी भेज सकते हैं. तो चलिए पढ़ते हैं आगे…
देशभक्ति शायरी इन हिंदी
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा ही है शान मेरी, तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी।
कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है, कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है, यह देश है उन दीवानों का,यहाँ हर बन्दा अपने वतन पे मरता है।
तीन रंग का नही वस्त्र,ये ध्वज देश की शान है,हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है, यही है गंगा, यही है हिमालय, यही हिन्द की जान है, और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।
मैं मर जाऊँ तो सिर्फ मेरी इतनी पहचान लिख देना,मेरे खून से मेरे माथे पर जन्म स्थान लिख देना, कोई पूछे तुमसे स्वर्ग के बारे में तो, एक कागज के टुकड़े में हिन्दुस्तान लिख देना।
एक सैनिक ने क्या खूब कहा है,किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
ये देश से ही तो एक प्यार है,वर्ना यहाँ सब के बीच तकरार है,इस देश के लिए हम मरने को भी तैयार है, एक बार मौका तो दे फिर देख, ये देश द्रोही को वॉर के लिए ललकार है।
कुछ पन्ने पढ़ कर इतिहास के, मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गए, जो लड़े जो मरे वो शहीद हो गए, जो डरे जो झुके वो वजीर हो गए।
दोस्ताना इतना बरकरार रखो कि मजहब बीच में न आये, कभी तुम उसे मंदिर तक छोड़ दो, वो तुम्हें मस्जिद छोड़ आये कभी।
चलो फिर से आज वो नज़ारा याद कर लें, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें, जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे, देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें।
लुटेरा है अगर आजाद, तो अपमान सबका है,लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है, बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की, लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।