प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा मुक्ति दिवस पर अपने भाषण में कर गए बड़ी गलती, पढ़े लिखे लोगों ने गलती पकड़ ली।

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गोवा मुक्ति दिवस समारोह को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गोवा के दौरे पर गए थे। भाजपा पार्टी वाले जब तक अपने भाषणों में मुगलों और मुसलमानों को ना ले आए तब तक उनका भाषण अधूरा रहता है।

मोदी जी गोवा मुक्ति दिवस पर क्या बोल गए कि पढ़े-लिखे लोगों ने उन्हें सुना दिया :-

गोवा मुक्ति दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया भाषण

पिछले दिनों काशी कॉरिडोर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री मोदी जी आए थे तब उनके भाषणों को औरंगजेब ने पूरा किया था और गोवा मुक्ति दिवस पर भाषणों को पूरा करने के लिए मुगल आ गए । भाजपा वालों के आगे इतिहास भी घुटने टेक कर, हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता है कि भाई अब तो मुझे बख्श दो, मैं तो ऐसा नहीं हूं फिर मेरी गर्दन क्यों मरोड़ रहे हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा मुक्ति दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि – ” गोवा एक ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन हो गया था, जब देश के दूसरे बड़े भूभाग में मुगलों की सल्तनत थी। इसके बाद कितने ही सियासी तूफान इस देश ने देखें । सत्ताओं की कितनी उठापटक हुई लेकिन समय और सत्ताओं की उठापटक के बीच सदियों की दूरियों के बाद भी ना गोवा अपनी भारतीयता को भूला और ना भारत अपने गोवा को भूला । एक ऐसा रिश्ता है जो समय के साथ और सशक्त हुआ है।”

डलहौजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निसिम मन्नाथुकरेन ने उठाए सवाल :-

प्रधानमंत्री मोदी जी के इस नासमझी भरे भाषण पर नासमझ लोगों ने जमकर तालियां बजाई लेकिन कुछ पढ़े लिखे लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी जी के इस भाषण की गलती पकड़ ली। प्रधानमंत्री के भाषण पर डलहौजी यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर निसिम मन्नाथुकरेन ने सवाल उठाए हैं उन्होंने ट्वीट किया कि – नहीं , गोवा ऐसे समय में पुर्तगाल के अधीन नहीं गया था। जब देश के दूसरे भाग में मुगलों की सल्तनत थी। 1510 में भारत में मुगल नहीं थे ।कृपया इतिहास पढ़ें एंटायर पॉलिटिकल साइंस नहीं।

सोशल मीडिया पर कई लोगों ने दी प्रधानमंत्री मोदी जी के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया :-

प्रोफ़ेसर मन्ना ठाकरे ने सवाल उठाए तो लोगों का इस ओर ध्यान आकर्षित हुआ और उन्होंने भी प्रधानमंत्री मोदी जी के इस भाषण पर हैरानी जताई। सुदीप के गोस्वामी नाम के एक टि्वटर यूजर ने किया कि – पुर्तगालियों ने 1505 में बीजापुर के आदिलशाह से गोवा के लिए लड़ाई लड़ी। बाबर तब भी फरगना में था। 1505 से 1961 तक गोवा पर पुर्तगालियों का शासन था। मुझे नहीं पता कि मुगलों को बेवजह हर जगह क्यों घसीटा जाता है। ऐसा लगता है कि इस झुंड ने पूरी तरह से स्कूल में पढ़ाई छोड़ दी।

…………………………….समाप्त ……………………….

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