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ओमीक्रॉन का खतरा आजकल देश और विदेश में छाया हुआ है । जिससे देश विदेशों में चिंता बढ़ती जा रही है। दिन प्रतिदिन केस बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना की यह तीसरी लहर दूसरी लहर से भी अधिक खतरनाक बताई जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर को याद करके 1 साल बाद भी लोगों के जहिन में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से बिलखते लोग, गंगा में उतराती लाशें और इलाज के लिए बिलखते लोग हैं। और जानकारों द्वारा बताया जा रहा है कि लोगों का वैक्सीनेशन भी हो गया है फिर भी उन्हें ओमीक्रोन का खतरा है। यह कोरोनावायरस की दूसरी लहर से कई गुना अधिक खतरनाक है। यह बहुत ही स्पीड से फैल रहा है जिससे भारत के कई राज्यों में और संक्रमण के कई केस सामने आ रहे हैं । सभी राज्य टेस्ट और वैक्सीनेशन पर बहुत ही ज्यादा ध्यान दे रहे हैं । जिससे कि तीसरी लहर का बुरा प्रभाव लोगों पर कम पडे ।
वहीं पर स्वास्थ्य विभाग जिला स्तर पर , ब्लॉक स्तर पर अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने में लगे हुए हैं। घर-घर जाकर जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है और वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है । केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के पत्र में खुले शब्दों में लिखा है कि आइसोलेशन के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। कॉल सेंटर और होम विजिट के द्वारा उसकी जानकारी ली जाए । इस बात का बहुत ही ख्याल रखा जाए कि जो व्यक्ति आइसोलेशन में है उस पर सख्त निगरानी रखी जाए। जिससे वह किसी और को संक्रमित ना करें।