Omicron Variant: करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? Omicron Variant करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? करोना के इस नए वेरिएंट के लिए हम कितने तैयार..? Omicron Variant के इस ताजातरीन Omicron Variant Omicron Variant कहीं इस बात की ओर इशारा तो नहीं कर रहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और न ही इसका खतरा टला है। दक्षिण अफ्रीका में लगभग एक पखवाड़े पहले ही इसका मामला सामने आने के बाद से 57 देशों में अभी तक इसके पहुंचने की पुष्टि हो गई है। यह बात राहत देने वाली जरूर रही है कि दक्षिण अफ्रीका ने अपनी मजबूत वैज्ञानिक तंत्र के बलबूते पर समय रहते ही सारी दुनिया को इस नए वेरिएंट के बारे में आगाह कर दिया। चूंकि इस नए Omicron Variant पर अभी भी पूरी दुनिया की मालूमात आधी अधूरी है। इसमें कोई शक नहीं है कि नया वेरिएंट कितनी तेजी से फैला है लेकिन कितना घातक है तथा इसके बारे में ज्यादा कुछ साफ भी नहीं हुआ है। इसके खिलाफ वैक्सीन कितनी कारगर है इस पर भी कुछ कहा नहीं जा सकता।
के इस ताजातरीन नए Omicron Variant कहीं इस बात की ओर इशारा तो नहीं कर रहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और न ही इसका खतरा टला है। दक्षिण अफ्रीका में लगभग एक पखवाड़े पहले ही इसका मामला सामने आने के बाद से 57 देशों में अभी तक इसके पहुंचने की पुष्टि हो गई है। यह बात राहत देने वाली जरूर रही है कि दक्षिण अफ्रीका ने अपनी मजबूत वैज्ञानिक तंत्र के बलबूते पर समय रहते ही सारी दुनिया को इस नए वेरिएंट के बारे में आगाह कर दिया। चूंकि इस Omicron Variant पर अभी भी पूरी दुनिया की मालूमात आधी अधूरी है। इसमें कोई शक नहीं है कि Omicron Variant कितनी तेजी से फैला है लेकिन कितना घातक है तथा इसके बारे में ज्यादा कुछ साफ भी नहीं हुआ है। इसके खिलाफ वैक्सीन कितनी कारगर है इस पर भी कुछ कहा नहीं जा सकता।
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भारत के संदर्भ में तो तमाम देशों के बीच दक्षिण कोरिया का इसलिए जिक्र जरूरी है क्योंकि वहां पर मौजूदा हालात तथा हमारे यहां की स्थिति भी सामान दिख रही है। देखा जाए तो हमारे वहां भी रोजाना की 8000 के आसपास मामले हैं, तथा ओमीक्रोन के शुरुआती स्टेज में भी हमारे वहां वैसी ही लापरवाही देखी जा रही है। जो काफी चिंतित करने वाली है। के फरवरी में आने की आशंका
Omicron Variant को लेकर सवाल
लेकिन यहां पर यह सबसे बड़ा सवाल है कि इसके लिए हम कितने तैयार हैं? आशंका तो यही जताई जा रही है कि ओमिक्रोन ही देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर का कारण बनेगा जिसे लेकर देश में पिछले काफी दिनों से काफी तरह की बातें हुई हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर जनवरी से ही शुरू हो सकती है, जो कि फरवरी में रोजाना के 1.5 लाख मामलों के साथ ही वह अपने शिखर पर पहुंचेंगी। ये अलग बात है कि यह आंकड़ा कोरोनावायरस के डेल्टा वेरिएंट के सामने भले ही कमजोर दिख रहा हो, उसने रोज के चार लाख को पार गए गए थे। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि ओमिक्रोन को हल्के में लिया जाए क्योंकि यह स्थिति तो किसी भी समय बदल सकती है।