online order: इन दिनों ऑनलाइन सामान की खरीद-फरोख्त का चलन आम बात है। यह प्लेटफॉर्म हमारे लिए बहुत ही उपयोगी और हमारे लिए टाइम सेविंग करने वाला है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि ऑनलाइन सामान की डिलीवरी ( oline order ) ने हमें ज़िंदगी में काफी सहूलियतें दी हैं। लेकिन एक सिक्के के दो पहलू होते हैं वैसे ही online order प्लेटफॉर्म के अपने फायदे के साथ ही कुछ रिस्क भी हैं। हम यह बात यूंही नहीं कहे रहे हैं लेकिन इसका एक ताजातरीन वाक्या आपको बता रहे हैं। हुआ यूं कि न्यू जर्सी में रहने वाले एक बच्चे ने अपनी मां के फोन से ऐसा कांड (Toddler orders furniture from mother’s phone) कर दिया कि जानकर बच्चे के पैरेंट्स भी सन्न रह गए।
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आजकल के समय हर एक बच्चा अपने पेरेंट्स के फोन को बखूबी एक्सेस कर लेता है। उन्हें देखकर तो हमें ऐसा लगता है मानो कि यह मोबाइल मेनिया उन्हें घूंटी में ही मिल गया हो। कोरोना महामारी के बाद से लोगों के लिए काम करने की परिभाषा ही बदल गई है और आज दुनियाभर में चालीस फिसदी लोग वर्क फ्रोम होम ही काम कर रहे हैं। बच्चे मोबाइल के इतने करीब है इस लिए यह बात भी इस मामले की प्रमुख वजह हो सकती है क्योंकि अक्सर महिलाएं अपने काम पर भी फोकस करना होता है और मजबूरन उन्हें बच्चे को फोन जमाना पड़ता है। इस बारे एक्सपर्ट की राय तो यही है कि बच्चों को मोबाइल और टैबलेट की पहुंच से दूर ही रखना चाहिए। इन उपकरणों से बच्चों को दूर रखने की सलाह यूं ही नहीं दी गई है। अब न्यू जर्सी में रहने वाले एक इंडियन कपल ने ऐसा नहीं करने की बड़ी गलती की थी और उनके 22 महीने के बच्चे ने घर पर 1.5 लाख रुपये का फर्नीचर online order करा लिया। पैरेंट्स को इस बात की जानकारी उस समय हुई, जब उनके घर पर भर-भरकर फर्नीचर डिलीवर होने लगे।
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मधु और प्रमोद कुमार नाम के इंडियन कपल का करीब 2 साल का बेटा अयांश अभी पढ़ना-लिखना की पहुंच से तो दुर है, लेकिन हां यह मासूम ऑनलाइन सामान online order करने में काफी एक्सपर्ट है। अयांश ने अपनी मां के फोन से करीब डेढ़ लाख रुपये का फर्नीचर घर मंगा लिया। दरअसल हुआ ऐसा कि अयांश की मां ने फोन पर online order शॉपिंग साइट पर एक कार्ट में 1.4 लाख के अलग-अलग फर्नीचर शॉर्टलिस्ट किए गए थे। अयांश ने खेलते-खेलते ही इस कार्ट से सारे फर्नीचर अपने घर के एड्रेस पर ऑर्डर कर लिया। जब घर पर सामान डिलीवर होना शुरू हो गया, तो मां ने अपना शॉपिंग अकाउंट चेक किया। मधु को यह समझने में हुए देरी नहीं हुई कि उनके ही शॉर्टलिस्टेड सारे फर्नीचर घर पर डिलीवर हो रहे हैं।
दरअसल अयांश अपने माता-पिता और भाई-बहनों की स्क्रीन एक्टिविटीज़ पर पैनी नज़र रखता था। NBC की रिपोर्ट के अनुसार बच्चे ने इन्हीं से स्क्रीन स्वॉप और टैप करना सीखा है। मासूम से बच्चे की इस भारी-भरकम शॉपिंग को सेटल करने के बाद माता-पिता ने अपने फोन के पासवर्ड पर सबसे ज्यादा ध्यान लगाया और सिक्योरिटी सेटिंग्स बढ़ा ली। उन्होंने फोन पर पासकोड और फेशियल रिकग्निशन को अपनी डिवाइस पर ऑन कर दिया, ताकि कम से कम बच्चे को आसानी से उनके फोन की एक्सेस न मिल सके। करीब दो साल पहले भी अमेरिका में ऐसा ही मामला हुआ था जहां एक वर्क फ्रोम होम महिला के पांच साल के बच्चे ने ऐपल फोन से करीब पंद्रह लाख की गेम खेली थी। महिला को ऐपल ने रिफंड देने से भी इन्कार किया था और मामला कोर्ट की दहलीज पर पहुंचा था।