MuMuslim Family Donates: यह खबर बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से निकलकर सामने आ रही है। जहां एक मुस्लिम परिवार ने ढाई करोड़ की जमीन विराट रामायण मंदिर के निर्माण के लिए दान कर दी।
बता दें, यहां मंदिर कैथवलिया क्षेत्र में बनाया जा रहा है। मंदिर के लिए अपनी कीमती जमीन दान देने के बाद सोशल मीडिया में इस तरह के कार्य की चौतरफा सराहना हो रही है। लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।
कारोबारी अहमद ने कहा कि उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपनी जमीन दान कर दी है। सोशल मीडिया विशेषकर ट्विटर में लोग उनकी तारीफ करते हुए ट्वीट कर रहे हैं। बता दे, इनका कारोबार गुवाहाटी में चलता है। जो कि मूलतः बिहार के निवासी है।
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आपको बता दें, कि कारोबारी अहमद ने बताया कि उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए अपनी जिम्मेदारी समझते हुए यह जमीन दान दे दी है। उनके परिवार में ऐसा करने की परंपरा रही है। निवेश क्षेत्र में सबसे ज्यादा जमीनों के मालिक हैं।
बता दे, महावीर मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख आचार्य किशोर कुशल ने बताया कि इश्तेयाक का कारोबार गुवाहाटी में है। इससे पहले भी उनका परिवार खुले दिल से मंदिर परियोजना में सहयोग करता रहा है। उन्होंने मुख्य मार्ग बनाने के लिए अपनी जमीनें सस्ती कीमतों पर सरकार को दी थी।
आपको बता दें, इश्तेयाक के इस कदम ने गांव वालों के प्रेरित किया है। और इसी वजह से 100 एकड़ से ज्यादा जमीन मंदिर निर्माण के लिए जुटाई गई है। किशोर ने बताया इश्तेयाक का परिवार सामाजिक सद्भाव बढ़ाने का असीम उदाहरण है।
आपको बता दें, कि मुसलमानों के सहयोग के बिना यह मंदिर बनना असंभव था। विराट रामायण मंदिर 125 एकड़ में बन रहा है। 270 फीट ऊंचाई के साथ यह विश्व में सबसे ऊंचे मंदिरों में से एक होगा।
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बता दे, इसे इस तरह बनाया जा रहा है। कि यह ढाई सौ साल तक ज्यों का त्यों मजबूत बना रहे। इसके निर्माण में भारत के नए संसद के निर्माण विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। मंदिर के तीनों तरफ सड़क का निर्माण भी किया जाएगा।
इसे देवकी नंदी के किनारे बनाया जा रहा है। मानता है, कि भगवान राम जनकपुर से अयोध्या लौटते समय यहां पर एक रात रूके थे।