महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल द्वारा सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से किए जाने पर, बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हेमा मालिनी ने यह कहा कि कुछ साल पहले यह ट्रेंड लालू जी ने शुरू किया था, यही वजह है कि सब लोगों ने इसे इस्तेमाल किया। सामान्य लोग अगर ऐसा बोले तो यह समझ में आता है लेकिन अगर संसद के सदस्य ऐसा बोलेंगे तो यह बिल्कुल ठीक नहीं है।
इस पोस्ट में
इतना बड़ा विवाद मंत्री गुलाबराव पाटिल के बयान पर ही खड़ा हो गया है। राज्य महिला आयोग ने काफी सख्त रुख अपनाते हुए मंत्री से उनके बयान पर माफी मांगने को कहा था। चूंकि आयोग की ओर से मिली कानूनी कार्रवाई की चेतावनी के बाद से गुलाबराव पाटिल ने माफी भी मांग ली। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपली चाकणकर ने इस बयान का संज्ञान भी लिया था। उन्होंने गुलाबराव पाटिल को सार्वजनिक रूप से माफी न मांगने पर कानूनी कार्यवाही की चेतावनी भी दी थी।
अमरावती सांसद नवनीत राना ने भी मंत्री के बयान पर आपत्ति जताई थी। सांसद ने कहा था कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब हमेशा से ही महिलाओं का सम्मान करते थे। लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री गुलाबराव पाटिल अब अपनी मर्यादा को लगता है कि भूल रहे हैं। आपको बता दें कि मंत्री गुलाबराव पाटिल ने विवादित बयान पर बवाल मचने के बाद से माफी मांग ली। रविवार को मंत्री गुलाबराव पाटिल ने यह कहां की मेरे बयान से अगर किसी को ठेस पहुंचती है तो मैं अपने बयान के लिए दिल से माफी मांगना चाहता हूं। मंत्री ने यह कहा कि मेरा उद्देश्य कुछ और ही था।