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Kanpur हिंसा का मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार, जानिए किस बात पर भड़की थी हिंसा

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Kanpur: शुक्रवार को कानपुर के कुछ इलाकों में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है । जुमे की नमाज के बाद अचानक भड़की हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी को गिरफ्तार कर लिया गया है । हिंसा के बाद से ही पुलिस हिंसा को भड़काने वाले मुख्य आरोपियों की तलाश में थी । पुलिस को इनपुट मिला था कि मुख्य आरोपी हिंसा के बाद शहर छोड़कर चले गए थे ।

शनिवार को मिले इनपुट पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने लखनऊ से हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी उसके सहयोगी यूसुफ मंसूरी और आमिर जावेद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी लखनऊ के एक न्यूज चैनल के यू ट्यूब आफिस में छुपे हुए थे । अब तक मामले में 3 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं जबकि 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है ।

Kanpur में क्यों भड़की हिंसा

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भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल की लाइव डिबेट में पैगम्बर मुहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कानपुर के जौहर फैंस एसोशिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी द्वारा शुक्रवार को कानपुर में बाजार बंद करवाने का आह्वान किया गया था। इस बाबत पिछले कई दिनों से पोस्टर भी लगाए जा रहे थे। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दोपहर करीब 3 बजे मस्जिद से निकली भीड़ दादा मियां चौराहे पर जमा हुई और दुकानदारों को जबरन दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते हुए यतीमखाना की तरफ बढ़ गयी ।

दुकानें बंद करने का विरोध करने पर भीड़ अराजक हो गयी जिससे इलाके में अराजकता फैल गयी । आरोप है कि जबरन दुकानें बंद करवाने के विरोध में दूसरे वर्ग ने दुकानें बंद करने से मना कर दिया जिससे दोनों पक्षों में टकराव हो गया और पत्थरबाजी होने लगी । देखते ही देखते यतीमखाना, परेड, बेकनगंज, चमनगंज में उग्र भीड़ सड़कों पर उतर आई और जमकर पत्थर, पेट्रोल बम आदि से हमले होने लगे।

हिंसाग्रस्त इलाके से 80 किलोमीटर दूर मौजूद थे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री

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जिस वक्त Kanpur के मिश्रित आबादी वाले इलाकों में अराजकता फैली हुई थी उस वक्त वहां से करीब 80 किलोमीटर दूर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई गणमान्य हस्तियां एक कार्यक्रम में मौजूद थीं । बता दें कि कानपुर देहात स्थित परौंख गांव में जो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पैतृक गांव है वहां एक कार्यक्रम में शिरकत करने राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आये हुए थे ।

ऐसे में Kanpur शहर का प्रशासन और आलाधिकारी भी कानपुर देहात में सुरक्षा व्यवस्था सम्भाले हुए थे । शहर में बहुत कम प्रशासन मौजूद था और इसी का फायदा उठाकर सड़कों पर घण्टों अराजकता फैलाई गई । कुछ पुलिसकर्मी हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचे भी तो उपद्रवियों की भारी भीड़ के चलते मूकदर्शक बने रहे । परेड, यतीमखाना और नई सड़क में फैली हिंसा में दोनों पक्षों की तरफ से खूब पत्थर चले,पेट्रोल बम फेंके गए और गोलियां भी चली हैं । पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ने की कोशिश की उनपर भी पत्थरबाजी हुई।

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Kanpur में अब तक 3 FIR, 24 गिरफ्तार हुए

शुक्रवार को शहर में फैली हिंसा में अब तक 3 FIR दर्ज की गई हैं । जिनमे से 2 FIR पुलिस के द्वारा जबकि 1 FIR पीड़ित पक्ष के द्वारा दर्ज करवाई गई है । बता दें कि मामले में पहली प्राथमिकी बेकनगंज थाने के प्रभारी नवाब अहमद ने 500 लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई है । इनमें जौहर फैंस एसोसिएशन प्रमुख जफर हयात हाशमी, मौलाना मोहम्मद अली(MMA) तथा अन्य के खिलाफ है

जबकि दूसरी प्राथिमिकी उप निरीक्षक आसिफ रजा द्वारा 350 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई गई है इसमें जफर हयात हाशमी और उसके दोनों सहयोगियों सहित कई लोगों को हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया है । मामले में तीसरी FIR चन्देश्वर हाता निवासी मुकेश द्वारा दर्ज करवाई गई है जिसमे हजारों अज्ञात व्यक्तियों की भीड़ को आरोपी बनाया गया है ।

बता दें कि हिंसा के बाद से ही प्रशासन उपद्रवियों पर सख्ती से कार्यवाही कर रहा है । जहां शुक्रवार को 18 आरोपियों को वायरल वीडियो के आधार पर हिरासत में लिया गया था वहीं शनिवार को मुख्य आरोपी सहित 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है ।

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आरोपियों की धरपकड़ जारी,CCTV फुटेज, वीडिओज़ से किये जा रहे चिन्हित

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पुलिस कमिश्नर विजय कुमार मीणा ने कहा कि हिंसाग्रस्त इलाकों में लगे CCTV के DVR हासिल किए जा रहे हैं । उनके आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर कार्यवाही की जाएगी। कानपुर पुलिस आयुक्त विजय मीणा ने बताया कि आरोपियों के खातों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है । उन्होंने कहा- हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं आरोपियों को PFI या अन्य संस्था से मदद तो नहीं मिल रही है ।

पुलिस आयुक्त ने आगे कहा कि आज आरोपियों को कोर्ट में पेश कर के 14 दिन की रिमांड मांगी जाएगी ताकि हिंसा में शामिल अन्य लोगों की जानकारी हासिल हो सके।

लगेगा गैंगस्टर, सम्पत्ति होगी कुर्क

कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय मीणा ने आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की बात कही है । उन्होंने कहा कि जितने भी आरोपी शहर में हिंसा भड़काने में शामिल रहे हैं उनपर गैंगस्टर एक्ट और NSA एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी । साथ मे उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।

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