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Godh Bharai Rasam महिला पर बना ये एड हो रहा है वायरल, जानिए क्यों हो रही इसकी चर्चा..

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Godh Bharai Rasam

Godh Bharai Rasam: Pregnancy के दौरान महिलाओं को तमाम तरह की सावधानियां रखनी पड़ती हैं । जहां खुद की सेहत के साथ साथ पेट मे पल रहे बच्चे का भी पूरा ख्याल रखना पड़ता है । भारत मे प्रग्नेंसी के दौरान महिलाओं की स्थिति बहुत ठीक नहीं है । जानकारी के अभाव या फिर गरीबी के चलते बहुत सी महिलाओं को सही खानपान न मिल पाने से प्रेगनेंसी के दौरान तमाम दिक्कतें आती हैं । यही नहीं इस दौरान गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु को भी स्वास्थ्य समस्यायें आ जाती हैं ।

इसी को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट स्त्रीधन ने एक विज्ञापन बनाया है जो कि आजकल खूब वायरल हो रहा है । प्रोजेक्ट स्त्रीधन ने गर्भवती महिलाओं में होने वाली आयरन की कमी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए इस Godh bharai rasam के एड का निर्माण किया है जो कि आते ही वायरल हो गया है ।

सोनम कपूर ने शेयर किया, Godh bharai rasam की ये वीडियो

Godh bharai rasam

प्रोजेक्ट स्त्रीधन द्वारा समय समय पर स्त्रियों के स्वास्थ्य से सम्बंधित जागरूकता लाने के लिए वीडियो सन्देश बनाये जाते रहे हैं । इससे पहले भी पिछले वर्ष धनतेरस के मौके पर प्रोजेक्ट स्त्रीधन ने जागरूकता लाने हेतु एक वीडियो बनाया था जो काफी वायरल हुआ था । अब प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में आयरन की कमी को अंकित करते हुए यह वीडियो बनाया गया है । इस वीडियो में एक गर्भवती महिला को दिखाया गया है

जिसकी Godh bharai rasam हो रही है । Godh bharai rasam के दौरान Pregnant महिला के शरीर मे सोने- चांदी और हीरे के आभूषणों के बजाय आयरन की कमी को पूरा करने वाले फलों आदि को हाथ,गले आदि में पहने हुए दिखाया गया है । इस वीडियो के माध्यम से सन्देश दिया गया है कि महिलाओं को सोने चांदी और हीरे के आभूषण देने की बजाय आयरन की कमी को पूरा करने वाले पौष्टिक तत्त्वों का उपहार देना चाहिए।

इस एड में Pregnant महिला को अनार,मक्का, रेड बेरीज, चेरी आदि खाते हुए दिखाया गया है । बता दें कि इस वीडियो को बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है । उन्होंने भी इसे शेयर करते हुए महिलाओं में होने वाली आयरन की कमी की ओर इशारा किया है ।

Godh bharai rasam

Pregnant के दौरान बहुत सी महिलाओं को हो जाती है खून की कमी

Godh bharai rasam

Pregnant हर महिला के जीवन का एक सबसे महत्वपूर्ण अंग है । यह न सिर्फ उसके स्वास्थ्य से सम्बंधित है बल्कि पेट मे पल रहे बच्चे के लिए भी महत्वपूर्ण है । प्रेग्नेंसी के दौरान प्रायः स्त्रियों में आयरन की कमी देखी जाती है । पौष्टिक आहार का न मिल पाना या फिर जागरूकता के अभाव में महिलाएं शरीर मे आयरन की कमी का शिकार हो जाती हैं । इस दौरान खून की कमी होने से एनीमिया का भी खतरा बढ़ जाता है ।

बता दें कि हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की सही मात्रा का होना बहुत जरूरी है । यह एक प्रकार का प्रोटीन होता है जिसका मुख्य कार्य शरीर के सभी भागों तक ऑक्सीजन को पहुंचाना होता है । गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में रक्त का प्रेशर बढ़ जाता है जिससे आयरन की जरूरत अधिक हो जाती है । यदि प्रेग्नेंसी के दौरान आयरन की कमी को पूरा करने हेतु पौष्टिक आहार नहीं लिया गया तो खून की कमी की सम्भावना बढ़ जाती है ।

यह न सिर्फ प्रेग्नेंट महिला के लिए बल्कि शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता है । इस वजह से एनीमिया( रक्ताल्पता) का खतरा बढ़ जाता है । ऐसे में गर्भवती महिला के लिए आयरन की भरपाई करने वाले पौष्टिक तत्वों को डाइट में शामिल करना आवश्यक हो जाता है ।

Godh bharai rasam

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आयरन की कमी होने पर खाएं ये पौष्टिक तत्व

गर्भावस्था में आयरन की कमी के होने की सम्भावना बढ़ जाती है । ऐसे में जरूरी होता है कि शरीर को उचित आयरन की सप्लाई होती रहे इसके लिए प्रेग्नेंट महिला को आयरन की कमी पूरा करने वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए । आइये हम बताते हैं कि ऐसे कौन से पदार्थ हैं जिनके सेवन से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।

  • हरी सब्जियां
  • मटर
  • टमाटर
  • अनार
  • संतरा
  • बीन्स
  • चुकन्दर

भारत में चिंताजनक है स्थिति

Godh bharai rasam

बता दें कि भारत मे गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों की स्थिति चिंताजनक है । पौष्टिक आहारों का न मिल पाना इसकी एक बड़ी वजह तो है ही जागरूकता का अभाव भी एक वजह है । नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) की एक रिपोर्ट के मुताबिक अनीमिया के मामले बच्चों और महिलाओं में लगातार बढ़ रहे हैं । अगर बात करें आंकड़ों की तो 2019 के एक सर्वे में पाया गया था कि 68.4 % महिलाएं और 66.4 % बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं ।

वहीं अगर 2016 में किये गए एक सर्वे की बात करें तब यह आंकड़ा कुछ कम था। तब 46.1% महिलाएं जबकि 35.7 % बच्चे इस रोग से पीड़ित थे। वहीं ग्लोबल न्यूट्रिशन सर्वे के अनुसार भारत एनीमिया के मामले में 180 देशों में से 170 वें स्थान पर है । वहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने एनीमिया के लिए मानक तय कर रखे हैं । WHO के अनुसार 15-49 साल की महिलाओं के शरीर मे हीमोग्लोबिन 12 ग्राम/ डेसी लीटर और बच्चों में हीमोग्लोबिन लेवल 11 ग्राम/ डेसी लीटर से कम होना एनीमिया की स्थिति मानी जाती है ।

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