Manipur CM N Biren Singh: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। काफी समय से चली आ रही अटकलों पर विराम लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने साफ कर दिया है कि वह सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे। शुक्रवार को अटकलों के बीच सीएम बिरेन सिंह ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। बता दें कि राज्य में लंबे समय से चली आ रही हिंसा के बीच सत्ता में बैठी बिरेन सिंह सरकार दबाव में है। सीएम बिरेन सिंह पर राज्य में शांतिबहाली न कर पाने के आरोप लगा कर उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है।
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राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने साफ कर दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे । राज्य में कानून व्यवस्था न संभाल पाने के आरोपों के बीच सीएम ने ट्वीट कर कहा कि ” मैं साफ कहना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं । ” बता दें कि इससे पहले उन पर इस्तीफे को लेकर भारी दबाव था और अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह राज्यपाल अनसुइया उईके से मुलाकात कर जल्द ही इस्तीफा सौंप देंगे ।
वहीं ये भी अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि केंद्र की मोदी सरकार हिंसाग्रस्त मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है। हालांकि अब सीएम बिरेन के ट्वीट कर इस्तीफा न देने के ऐलान से स्थिति साफ हो चुकी है।
सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठे सरकार समर्थकों ने सीएम बिरेन से इस्तीफा न देने की अपील की थी । बता दें कि शुक्रवार को सीएम के राज्यपाल आवास जाकर इस्तीफा सौंपने की अटकलों के बीच भारी संख्या में समर्थक सीएम आवास के बाहर जमा हो गए थे । लोगों से जब शांति की अपील की गई तो लोग नहीं माने और इस्तीफा न सौंपने की अपील करते रहे । वहीं जानकारी के मुताबिक सीएम आवास से जुड़े कुछ लोग इस्तीफे वाला पत्र लेकर बाहर आए और इसे सबके सामने पढ़ा गया।
जानकारी के मुताबिक बिरेन सिंह सरकार के विधायक लीशाथांगेम सुशिंद्रो मैथेई ने बाहर आकर एक चिट्ठी पढ़ी। बताया जा रहा है कि जो चिट्ठी विधायक ने पढ़ी वह सीएम बिरेन सिंह का इस्तीफा था । वहीं वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सरकार समर्थक एक महिला जो कि विधायक के पास ही खड़ी थी उसने हाथ से चिट्ठी लेकर उसे सबके सामने फाड़ दिया।
वहीं प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है और वह स्थिति को संभाल लेंगे। एक महिला ने कहा कि सीएम को इस नाजुक स्थिति में इस्तीफा नहीं देना चाहिए और हम उनसे इस्तीफा न देने की गुजारिश करेंगे। महिला ने कहा कि ऐसी स्थिति में जब राज्य अशांत है तब अगर सीएम इस्तीफा दे देते हैं तो हम लोगों का क्या होगा।
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Manipur CM N Biren Singh ने भले ही इस्तीफे की अटकलों पर विराम लगा दिया हो पर उन पर राज्य में स्थिति न संभाल पाने के चौतरफा आरोप लगाए जा रहे हैं । एक तरफ विपक्ष कानून व्यवस्था को लेकर उन पर हमलावर है तो वहीं राज्य के 9 विधायकों ने पीएम कार्यालय में शिकायती पत्र देकर राज्य सरकार पर हिंसा न रोक पाने में विफल रहने के आरोप लगाए थे। नाराज विधायकों ने दावा किया था कि सीएम बिरेन सिंह राज्य में जनता के बीच अपना भरोसा खो चुके हैं ।
वहीं लगातार हो रही हिंसक घटनाओं के बीच केंद्र सरकार ने मणिपुर में शांति समिति गठित की थी। इस समिति के सदस्यों ने भी सीएम के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें समिति में शामिल करने का विरोध किया था।
देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में बीती 3 मई से हिंसा जारी है। जहां सरकार हिंसक घटनाओं और राज्य में कानून व्यवस्था के प्रति नाराजगी रोकने में विफल साबित हो रही है वहीं लोगों का सरकार के प्रति भी अविश्वास बढ़ता जा रहा है। बता दें कि राज्य का मैतेई समुदाय जनजातीय रिजर्वेशन देने की मांग सरकार से कर रहा है। इसको लेकर मैतेई समुदाय एवम कुकी समुदाय के बीच हिंसा जारी है। इसको लेकर 3 मई को राज्य में हिसंक झड़पें हुईं थीं ।
वहीं बीते दो महीनों से जारी हिंसा में अबतक करीब 100 लोग मारे जा चुके हैं जबकि कई घायल हैं । राज्य में बढ़ती हिंसक घटनाओं के चलते कई लोगों को विस्थापन झेलना पड़ा है। वहीं केंद्र सरकार ने भी राज्य की हिंसक घटनाओं के चलते सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर राज्य में मौजूद हैं । इस बीच उन्होंने राज्य की स्थिति को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की । इस बीच वह राहत शिविरों में भी गए। उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं है । उन्होंने कहा कि शांति से ही आगे बढ़ा जा सकता है और वह इस मामले में मणिपुर के लोगों का दर्द समझते हैं । उन्होंने कहा कि राज्य में शांति स्थापित करने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे।