Google Doodle On Maria Telkes: आज का डूडल सौर ऊर्जा के पहले अग्रदूतों में से एक डॉ. मारिया टेलकेस के जीवन और अभिनव कार्यों का जश्न मनार हा है। Maria Telkes का मानना था कि सूर्य की शक्ति मानव जीवन को बदल सकती है, और वह बिल्कुल ही सही थी! 1952 में आज ही के दिन ही डॉ. टेल्केस द सोसाइटी ऑफ़ वूमेन इंजीनियर्स अचीवमेंट अवार्ड (Society of Women Engineers Achievement Award) पाने वाली पहले व्यक्ति बनी थी।
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Google ने आज अपना खास Doodle बना कर ‘द सन क्वीन’ (Sun Queen) Maria Telkes को याद किया है। मारिया टेलकेस (Mária Telkes), हंगेरियन-अमेरिकी साइंटिस्ट और आविष्कारक थीं। आज इस महान महिला साइंटिस्ट का जन्मदिन है। Google ने उनके जन्मदिन पर खास Doodle बनाया है। मारियाक्षटेलकेस ने सौर ऊर्जा के बारे में काफी योगदान दिया है। गूगल ने मारिया के चित्र के साथ गोलाकार डूडल (Google Doodle On Maria Telkes) बनाया है जो सूर्य देवता को दर्शा रहा है 12 दिसंबर 1900 को हंगरी के बुडापेस्ट में जन्मी मारिया एक बायोफिजिसिस्ट भी थीं। आज हम यहां उनके जीवन के बारे में हम आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
मारिया टेलकेस (Who is Maria Telkes) सौर ऊर्जा टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए मशहूर है। गूगल ने उनके बारे में लिखा है, मारिया ने 1920 में बुडापेस्ट की ऑटवॉस लॉरांड यूनिवर्सिटी से BA किया था। फिजिकल कैमिस्ट्री की पढ़ाई के अलावा 1924 में मारिया ने पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त की। उस बाद अगले साल ही वह अमेरिका में बायोफिजिसिस्ट के रूप में काम करने लगीं। मारिया टेलकेस को कुछ समय बाद अमेरिकी नागरिकता मिल गई और उन्होंने आगे करियर जारी रखते हुए मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology) में काम करना शुरू कर दिया। उस बाद वहीं पर मारिया टेलकेस सोलर एनर्जी कमिटी की भी मेंबर बन गई थी।
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अमेरिकी सरकार ने उन्हें द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान सहायता के लिए बुलाया था। मारिया (Who is Maria Telkes) ने एक सोलर डिस्टिलर बनाने में मदद की तथी जिससे समुद्र के खारे पानी को मीठा बन सकता था। मारिया के इस आविष्कार से ही पेसिफिक थिएटर पर तैनात सैनिकों को जीवनदायी उपकरण मिला था। युद्ध के उपरांत वह मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology) में एसोसिएट रिसर्च प्रोफेसर के रूप में लौटीं थी। वहां पर उन्होंने ऐसे ऐसे आविष्कार पर भी काम किया जिससे कि घरों को सौर ऊर्जा की सहायता से से गर्म रखा जा सकता था, लेकिन वहां पर उनके इस प्रस्ताव को सफलता नहीं मिल पाई और उन्हें कमिटी से ही निकाल दिया गया।
मारिया एक ऐसी महिला वैज्ञानिक थी जिन्होंने कभी भी हार नहीं मानी थी। 1948 में उन्होंने खुद प्राइवेट फंडिंग की सहायता से आर्किटेक्ट एलीनर रेमंड के साथ मिलकर एक डोवर सन हाउस बनाया और यह बड़ा ही कामयाब हुआ था। उस बाद मारिया को हर कोई जानने लगा। मारिया का करियर आविष्कारों और सफलताओं से भरा हुआ रहा है पुस्तक मारिया ने 20 से भी अधिक पेटेंट हासिल किए थे। तब से लेकर आज तक उन्हें ‘द सन क्वीन’ (The Sun Queen) के नाम से ही पुकारा जाता है। वह पहली ऐसी उत्साहित महिला वैज्ञानिक थीं जिन्हें 1952 में सोसाइटी ऑफ वूमेन इंजीनियर्स अचीवमेंट अवार्ड मिला था।