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विद्यार्थी 2019 से अब तक एनटीपीसी की तैयारी कर रहे हैं और फिर 8 – 8 बार ट्विटर पर ट्रेंड कराया गया। एग्जाम ले लीजिए जैसे तैसे एग्जाम लिया गया तो रिजल्ट में घपला कर दिया। आखिर विद्यार्थियों पर अत्याचार सहने की भी कोई सीमा होती है। जब विद्यार्थी बिल्कुल मजबूर हो गए तो उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा। ऐसा नहीं है कि वह नाजायज तरीके से सड़कों पर उतरे हैं या फिर राजनीति कर रहे हैं ।यदि आरआरबी अपनी गलती मान ले और सही फैसला ले तो आंदोलन 5 मिनट में वापस हो जाएगा । छात्रों की मांग जायज हैं उन्हें मानना चाहिए और यदि विद्यार्थियों की मांगे नहीं मानी तो आंदोलन और आगे जाएगा और इसका रूप उग्र हो जाएगा। और फिर 10000 किसानों को नहीं रोक पाया था तो दो करोड़ विद्यार्थियों को रोकना मुश्किल होगा।
रेलवे ने एनटीपीसी सीबीटी- 2 और ग्रुप डी सीवीटी-1 वन की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है। एनटीपीसी -2 और ग्रुप डी सीबीटी -1 की परीक्षा में धांधली बाजी का आरोप लगाकर छात्र-छात्राएं आंदोलन कर रहे थे और आंदोलन लगातार तूल पकड़ता जा रहा था। 24 और 25 जनवरी को आंदोलन की बहुत सी ऐसी घटनाएं देखी गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने तोड़फोड़ की और कई आगजनी की खबरें आई और प्रशासन की तरफ से भी छात्र छात्राओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। लेकिन फिर भी आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था फिर और समय निकलते निकलते आंदोलन का रौद्र रूप सामने आता जा रहा था लेकिन आज 26 जनवरी को रेलवे ने एक फैसला आया है। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार 26 जनवरी को ही मंत्रालय ने एचआर डिपार्टमेंट के प्रधान कार्यकारी निदेशक दीपक पीटर गैब्रियल को कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह कमेटी प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर बनाई गई है । यह कमेटी छात्रों की मांगों पर विचार करेगी।
आरआरबी ने जो एनटीपीसी आरआरबी के रिजल्ट में धांधली की है स्टूडेंट्स इस बात पर गुस्साए हुए हैं और आंदोलन कर रहे हैं। बच्चे जहां कोचिंग करके 3 साल से एनटीपीसी की तैयारी कर रहे हैं वहां के जो अध्यापक है वह बच्चों को गाइड कर रहे हैं कि कुछ भी ऐसी गतिविधि नहीं करना जिससे देश की संपत्ति को नुकसान हो। वह बच्चों को समझा रहे हैं कि संविधान और कानून के दायरे में रहकर आंदोलन करना जो हमारा संवैधानिक अधिकार है। इस बात को लेकर कोचिंग सेंटरों को आंदोलन को हवा देने का आरोप लगाया जा रहा है। खास तौर पर खान सर जो किसी परिचय के मोहताज नहीं है, उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह विद्यार्थियों के आंदोलन को हवा दे रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं। खान सर ने कहा है कि विद्यार्थियों की मांगें जायज हैं इन्हें गलत नहीं ठहराया जा सकता आरआरबी ने गलती की है उन्हें सुधारना पड़ेगा नहीं तो 10000 किसानों को रोक नहीं पाए थे, 20000000 विद्यार्थियों को कैसे रोकोगे। खान सर ने कहा कि हम विद्यार्थियों धड़का नहीं रहे हैं, हम आंदोलन को भटकने से रोक रहे हैं।
आज यानी 26 जनवरी को खान सर ने सुबह से यूट्यूब पर वीडियो के माध्यम से सभी छात्रों को सूचित किया कि आज 26 जनवरी है राष्ट्र से ऊंचा कुछ भी नहीं इसलिए आज कोई भी आंदोलन नहीं करेगा। खान सर ने जोर देकर कहा कि यह मेरी विनती नहीं है यह मेरा सभी छात्रों को आदेश है कि आज कोई भी आंदोलन या कुछ ऐसा काम नहीं करेगा जिससे कोई डिस्टर्ब हो। आज छात्रों ने आंदोलन नहीं किया लेकिन छात्रों ने मिलकर कुछ ऐसा किया जिससे हमारे देश के बेरोजगार युवाओं पर हमें फक्र होगा। आज उन्होंने रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर राष्ट्रगान गाया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि-
” अधिकारों के लिए आवाज उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र हैं, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि हम भारत लोकतंत्र हैं, गणतंत्र था, गणतंत्र हैं!”
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