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Karnataka: यारी ही सबसे प्यारी: हिजाबी छात्रा संग स्कूल जाती हिन्दू छात्राओं की तस्वीर ने करोड़ों लोगों का जिता दिल

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Karnataka से शुरू हुऐ स्कूल और कॉलेज में हिजाब का विवाद अब देशभर में फैल चुका है। कुछ लोग इसके पक्ष में अपनी राय दे रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि हिजाब यूनिफ़ॉर्म का हिस्सा नहीं है। देश और दुनियाकी आवाम से लेकर देश विदेश के सेलेब्स तक इस मामले में अपनी राय रख रहे हैं। ग़ौरतलब बात तो यह है कि इस पूरे विवाद का कोई सोल्यूशन नज़र नहीं आ रहा है। इस विरोध का प्रदर्शन देश के कई हिस्सों में हिंसक रूप भी ले चुका है। इन सब के बीच कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जो वाकई में एक असली हिन्दुस्तान की तस्वीरें हैं।

हिजाबी मुस्लिम छात्राओं के संग हिन्दू छात्राएं

Karnataka के उदुपी में कई दिनों के बाद बुधवार को स्कूल खुले हैं। क्षेत्र के गवर्मेंट पीयू कॉलेज फ़ॉर गर्ल्स समेत कई शिक्षण संस्थानों में छात्रों ने वापसी की थी। लेकिन यहां सबसे ग़ौरतलब दृश्य तो यह देखने को मिला है कि इस बार मुस्लिम छात्राएं अकेली नहीं थी। कुछ छात्राएं अपने माता-पिता के साथ पहुंची थी और कुछ अपने हिन्दू दोस्तों का हाथ थामकर।

चाहे जो भी हो, हम सब एक हैं

कुछ हाई स्कूल छात्राओं की तस्वीर तो सोशल मीडिया पर छा ही गई। इन सभी तस्वीरों में हिजाब पहनी हुई मुस्लिम छात्राओं का हाथ थामे कुछ ग़ैर हिजाबी छात्राएं भी नज़र आईं। हिजाब विवाद के बीच ऐसी तस्वीर दिखाती है कि हम सच्चे हिंदुस्तानी हैं, अब चाहे जो भी हो, हम सब एक हैं।

Karnataka के ही मांड्या गवर्मेंट कॉलेज फ़ोर विमेन में कई मुस्लिम छात्राएं भी हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंची। किंतु, यहां क्लास अटेंड करने से पहले उनके हिजाब, बुर्के उतारने का आदेश दिया गया। ऐसे में वहां मौजूद मुस्लिम लड़कियों की मदद करने को हिन्दू लड़कियां आगे आईं। ऑफ़लाइन क्लासेज़ अटेंड करने के लिए बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज पहुंचे थे।

Karnataka तिलक लगाए एक छात्रा और हिजाब पहने दूसरी छात्रा

राज्य के अन्य स्कूल से भी दोस्ती की मिसाल वाली तस्वीर सामने आई है। तिलक लगाए एक हिन्दू छात्रा और हिजाब पहने दूसरी मुस्लिम छात्रा, दोनों ही अपनी दोस्ती और हिंदुस्तानी होने का गर्व लिए हाथों में हाथ डाले स्कूल पहुंची थी।

Karnataka बढ रहा विवाद, 700 लोगों ने लिखी खुली चिट्ठी

हिजाब विवाद पर 500 वक़ील, उच्च न्यायालय के 2 न्यायाधीश समेत 700 लोगों ने खुली चिट्ठी लिखी है। इन सभी लोगों ने कर्नाटक हाईकोर्ट के ऑर्डर पर गहरी चिंता जताई है। इस चिट्ठी में लिखा गया है कि इस ऑर्डर से मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों का सरासर असम्मान होगा। चिट्ठी पर दस्तखत करने वाले एक शख़्स ने कहा कि, ‘हिन्दू धर्म का अनुसरण वाले छात्र बिंदी, तिलक, विभूति लगाते हैं लेकिन इन पर कभी किसी ने ऐसा विरोध नहीं किया जैसा आज मुस्लिम छात्राओं पर विरोध देखने को मिल रहा है।’

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Karnataka संविधान के मौलिक अधिकारों का हनन

इस चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों ने कर्नाटक हाई कोर्ट के किसी भी धार्मिक चिह्न के साथ क्लास में अटेंड नहीं करने के ऑर्डर पर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि ऐसा फरमान हमारे संविधान के मौलिक अधिकारों का हनन है।

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