कश्मीर में आतंकवादियों ने फिर एक बार राजनीती से जुड़े लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है | पिछले कुछ दिनों के भीतर दो सरपंचो और एक पंचायत प्रतिनिधि की हत्या चिंता का विषय है | इन घटनाओं ने एक बार फिर घाटी के लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए है | अनुच्छेद 370 को निष्क्रिय कर देने के बाद से केंद्र सरकार यह दावा कर रही की घाटी में अब आतंकी घटनाएं थम चुकी हैं, घाटी पूरी तरह से सुरक्षित है और हलात सामान्य है | लेकिन आए दिन होने वाले आतंकी हमले को देखते हुवे क्या कोई यह कहेगा की सबकुछ समान्य है ?
हकीकत यो यह है की आतंकी संगठन पहले की तरह ही अपनी गतविधियां जारी रखे हुवे हैं | ऐसे में यह सवाल तो उठेगा ही की आखिर घाटी में सुरक्षा है कहाँ और कौन सुरक्षित हैं | भले सेना और स्थानीय पुलिस आये दिन आतंकियों और उनके कमांडरों को ढेर कर रही हो और सीमापार से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के दावे होते रहे हैं, तो फिर ये आतंकी आ कहाँ से रहे हैं
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गौरतलब है की पिछले हप्ते पुलवामा और कुपवाड़ा में हुई मुड़भेड़ में जैसे ए मोहम्मद के दो आतंकवादी मारे गए | इनके साथ एक और जो शख्स मारा गया, उसकी पहचान एक पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर हुई | इससे यह तो साफ़ है की घाटी में घुसपैठ अभी भी हो रही है | कड़ी सुरक्षा के बाद भी सीम पार से आतंवादी घाटी में घुस रहे हैं, भले इनकी संख्या पहले के मुकाबले काफी कम हो | आतंकियों के सफाये के लिए घाटी में लम्बे समय से सेना और सुरक्षाबलों का अभियान भी चल रहा है |
शायद ही कोई दिन हो जब घाटी से आतंकियों और सुरक्षा बालों के बीच मुड़भेड़ की खबरे न आती हो | लेकिन आतंकी हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है | चौकाने वाली बात तो ये है की कुछ दिन पहले गायब हुआ युवक जब मुड़भेड़ में मारा जाता है तो पता चलता है की वह आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है| जाहिर सी बात है की आतंकी संगठन नवयुवको को अभी भी शामिल करने में लगे हुए हैं |
आतंकी संगठन ने नए नए नामों से संगठन बना लिए हैं और इनका जाल गावों गावों तक फैले होने की बाते भी सामने आती रही हैं | वारदातों को अंजाम देने के बाद आतंकी जंगलों में भाग जाते हैं, जहाँ उन्हें खोज पाना सुरक्षा बालों के लिए आसान नहीं होता है | यानि की सेना और सुरक्षाबलों की सबसे बड़ी चुनौती अब स्थानीय स्तर पर आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करना है |
कश्मीर घाटी में पिछले दो सालों में कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं | दूसरे राज्यों से आने वालो पर भी आतंकी हमले हुए हैं | सुरक्षाबलों और आम नागरिकों निशाना बनाना तो आम है | राजनीती गतिविधियों में शामिल लोगों की निशाना बनाने का मकसद किसी का नहीं है | पाकिस्तान के इशारे पर वहां अशांति फैलती ही इसलिए जा रही है, ताकि न कोई राजनितिक गतिविधि हो और न कोई विकास का कार्य हो सके | लोग खौफ में होंगे तो उनका गुस्सा पनपेगा और माहौल बिगड़ेगा |
कहने को तो सरकार ने सभी पंचायत प्रतनिधियों को सुरक्षा दी हुयी है पर ऐसे कहाँ हमले रुकने वाले है| सवाल तो इस बात है की नौजवानो को आतंकियों के जाल में जाने से बचाया कैसे जाये | उन्हें मुख्यधारा में कैसे लाया जाये | सरकार और सुरक्षा बालों के लिए दोहरी चुनौती है | जब तक विकास और रोजगार नहीं होगा तबतक नौजवानो को आतंकी बनाने से कैसे रोका जायेगा |
Jammu and Kashmir Terror Attack Latest News जम्मू कश्मीर पिछले कुछ सालो में कई बड़े बदलावों का गवाह बना है इन बदलावों में आर्टिक्ल 370 भी शामिल है जिसे केंद्र सरकर द्वारा 5 अगस्त 2019 को हटा दिया गया इसके साथ ही कश्मीर में नई सुबह का आगाज हुआ कहा जाने लगा की अब कश्मीर के हलात बदल जायेंगे और सबकुछ ठीक हो जायेगा, धरा 370 को हटे दो साल से अधिक का समय बीते चूका है और अभी तक 500 से अधिक आंतकी घटनाये सामने आ चुकी हैं तो वहीँ हमारे देश के सुरक्षाबालो ने 400 से अधिक दहशत गर्दो को मार गिराया है।
Jammu and Kashmir Terror Attack Latest News देश की वित्तमंत्री सीतारमण का कहना है जम्मू कश्मीर में आंतकी गतविधियां कम हुई है और वहां पर निवेश का माहौल बना है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर में फिलहाल विधानसभा सीटों के डीलिमिटेशन का काम जारी ह। देलीमिटेसन कमीशन की रिपोर्ट इसी महीने आने की संभावना है।
जिसमे अनुमान लगाया जा रहा है की विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ सकती है।
Jammu and Kashmir Terror Attack Latest News जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान अपनी रणनीति में बदलाव कर रहा है। इसके तहत न केवल घाटी में युवाओं को बरगलाने बल्कि भारत के भीतर मौजूद धार्मिक दरारों का फायदा उठाने के लिए धार्मिक भावनाओं की आड़ ले रहा है। जिसे समझने की जरूरत है वक्त रहते अगर पाकिस्तान की चाल को नहीं समझा गया तो हलात बुरे हो सकते हैँ।
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Jammu and Kashmir Terror Attack Latest News जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (CRPF) जवान की हत्या कर दी. पिछले तीन दिनों में यह चौथा आतंकी हमला है. जम्मू और कश्मीर के शोपियां के छोटेपोरा गांव में छुट्टी पर गए सीआरपीएफ जवान की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. आतंकियों ने ये हमले कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा जिले में किए. एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन हमलों के बाद पुलिस और सेना ने इलाकों को घेर लिया है और सघन चेकिंग की जा रही है.
Jammu and Kashmir Terror Attack Latest News अभी हाल ही मे एक फ़िल्म रिलीज होती हैं जिसमे कश्मीरी पंडितो पर हुए अत्याचार को दर्शाया जाता हैं। जिसके बाद देश मे फ़िल्म को लेकर तमाम तरह की चर्चाये होती हैं। इसके साथ ही कश्मीर मे कश्मीरी पंडितो को दोबारा बसाने का मुद्दा जोर पकड़ता नजर आ रहा है। ऐसे मे कश्मीरी पंडितो पर हुए आंतकी हमले से सवाल खड़ा होता है धारा 370 हटने के बाद भी आंतकी घटनाये कम होने का नाम नहीं ले रही।