IIT Bombay: Engineers के लिए अब सिर्फ Science की नॉलेज (Knowledge) काफी नहीं है। उन्हें उस Subject की भी पढ़ाई करनी होगी जिसे अक्सर सबसे आखिरी पायदान पर रख दिया जाता है- Arts। क्योंकि Arts के बिना Engineering Students का overall development नहीं हो पा रहा है। यह कहना है देश के Top Engineering कॉलेज IIT Bombay का। इस Learning गैप को भरने के लिए IIT Bombay करिकुलम का नया कॉन्सेप्ट HASMED लेकर आया है। यह है क्या? इसे कैसे लागू किया जाएगा? इसके अंतर्गत कौन-कौन से सब्जेक्ट्स Engineering के Course में जुड़ने वाले हैं?
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HASMED क्या है..? यह विभिन्न Subject के नाम का शॉर्ट फॉर्म है। इसके अंतर्गत जिन बीई/ बीटेक जैसे Engineering के UG Courses में 6 प्रमुख Subject को जोड़ा गया है। यह हैं…
H- Humanities (ह्यूमैनिटीज)
A- Arts (आर्ट्स)
S- Social Science (सोशल साइंस)
M- Management (मैनेजमेंट)
E- Entrepreneurship (एंटरप्रेन्योरशिप)
D- Design (डिजाइन)
IIT Bombay का यह कहना है कि Students को उनके नियमित Engineering पाठ्यक्रम/ सिलेबस के हिस्से के रूप में इन 6 Subject की भी पढ़ाई करनी होगी। ये Non-engineering subject हैं। लेकिन इनका महत्व भी काफी ज्यादा है।
IIT ने एक Media interview में कहा कि Engineering student का दूसरे Non-engineering sectors जैसे- Management, Finance, Consultancy, Start-up में career बनाना अब आम बात हो गई है। इस नए Trend की जरूरतों को पूरा करने के लिए करिकुलम Upgrade करना जरूरी है। यहां सिर्फ science subject से काम नहीं चलेगा।
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करिकुलम Upgrade के लिए IIT Bombay ने एक Committee बनाई। इस Committee के कन्वेनर प्रोफेसर किशोर चटर्जी ने बताया कि एक Engineering student 3 तरीके के होते हैं- Specialist, Generalist, Super Generalist।
• Specialist वे हैं जो Course पूरा करने के बाद Academy & Research में जाते हैं या फिर कोर Engineering sector में Job हासिल करते हैं।
• Generalist वे होते हैं जो बीई/ बीटेक के बाद मैनेजमेंट, एनालिटिक्स, कंसल्टेंसी जैसे अलग sector में Career तलाशते हैं।
• Super Generalist वे हैं जो Engineering बनने के बाद विभिन्न Sectors में Start-Up या Entrepreneurship का रास्ता चुनते हैं।
IIT Professor ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारा करिकुलम तीनों तरह के Segment के छात्रों की जरूरत पूरी कर सके। इसके लिए Committee ने 3 वर्ष तक Data इकट्ठा करने तथा समीक्षा करने के बाद से एक करिकुलम तैयार किया है। यह Committee 2019 में बनाई गई थी। जिसमें Student को भी शामिल किया गया था। इसमें कुल 11 सदस्य थे। चूंकि अभी यह नहीं बताया गया है कि इसे कब तक लागू किया जाएगा।