Hafiz Saeed: जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद की लग गयी क्लास,हुई 31 साल की सजा;जानें किस मामले में हुई सजा

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Hafiz Saeed: लश्कर ए तैयबा जैसे खूंखार आतंकवादी संगठन चलाने वाले और मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाकिस्तानी अदालत ने 31 साल की सजा सुनाई है।यह सजा उसे 2 अलग-अलग मामलों में सुनाई गई है।ज्ञात हो कि हाफिज सईद को अदालत द्वारा सजा कई बार पहले भी सुनाई जा चुकी है। इससे पहले साल 2020 में स्थानीय अदालत ने टेरर फंडिंग मामले में उसे 15 साल की सजा सुनाई थी।

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार कोर्ट ने कुछ सम्पत्तियों को भी सीज करने का आदेश दिया है जिनमे एक मदरसा और एक मस्जिद भी शामिल है।साथ ही उस पर करीब साढ़े तीन लाख रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया गया है।

मुंबई हमलों का है मास्टरमाइंड

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साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों का मास्टर माइंड हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा का भी संचालक है। बता दें कि 26/11 हमला भारत मे हुए आतंकी हमलों में सबसे खूंखार हमलों में से एक था जिसमे पाकिस्तान से आये आतंकियों ने पूरी मुंबई को हिला कर रख दिया था।जमात उद दावा प्रमुख और लश्कर ए तैयबा चीफ हाफिज सईद इन हमलों का मास्टर माइंड था।इन हमलों में 166 लोगों की हत्या हुई थी जबकि करीब 300 लोग घायल हुए थे।आतंकियों ने करीब 4 दिन मुंबई के सबसे बड़े ताज होटल, ओबेरॉय होटल सहित 2 अन्य जगहों में भयंकर तबाही मचाई थी।

ग्लोबल आतंकी घोषित हो चुका है सईद

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बता दें कि हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित हो चुका है।अमेरिका ने उस पर भारी भरकम इनाम(तकरीबन 75 करोड़) रखा है।इसके अलावा उस पर FATF(फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स) द्वारा ब्लैक लिस्टेड होने का खतरा मंडराता रहा है।

टेरर फंडिंग में माहिर है हाफिज सईद

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जानकारों के मुताबिक जमात उद दावा प्रमुख Hafiz Saeed आतंकियों को वित्तीय मदद पहुंचाने में माहिर माना जाता है।उसका नाम कई आतंकी घटनाओं में टेरर फंडिंग करने के लिए सामने आ चुका है।

भारत के खिलाफ उगलता रहता है जहर

70 वर्षीय Hafiz Saeed भारत के खिलाफ बेहद आक्रामक रुख रखता है और गाहे बगाहे उसके जहर उगलते वीडियो सुर्खियों में आते रहते हैं।वह कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ बयानबाजी करता रहता है।

पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है

बता दें कि लश्कर ए तैयबा प्रमुख और मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड Hafiz Saeed का गिरफ्तारियों से पुराना नाता है।वह जेल से अंदर-बाहर होता रहा है।वह करीब 8 बार जेल जा चुका है।बता दें कि साल 2020 में 15 साल की सजा से पहले वह 2019 में भी गिरफ्तार किया गया था।हालांकि तब की उसकी गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित बताई जाती है। तब इमरान खान नए नए प्रधानमंत्री बने थे और उनके पहले अमेरिकी दौरे के दरम्यान हाफिज सईद को गिरफ्तार किया गया था।हालांकि बाद में वह बाहर आ गया था।

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पाकिस्तानी सरकारें रखती रहीं हैं नरम रुख

Hafiz Saeed बता दें कि कई सालों तक हाफिज सईद पाकिस्तानी सरकारों का दुलारा रहा है ।अपने मंसूबों की कामयाबी के लिए उसे पाकिस्तान की सरकार, एजेंसियों से मदद मिलती रही है।हालांकि पिछले कुछ साल पहले से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव की वजह से पाकिस्तान की सरकारों ने उस पर नकेल कसनी शुरू कर दी थी।ज्ञात हो कि हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा भी प्रतिबंधित किया जा चुका है।

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