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मामला यूपी के अलीगढ़ के थाना क्वार्सी क्षेत्र का है। जहां योगेंद्र सिंह की बेटी की शादी रामपुर जिले के मिलकराजपुर निवासी रामबाबू के बेटे उपेंद्र कुमार के साथ तय हुई थी। शादी के दिन दूल्हे ने शराब पी ली और जब वह वधू पक्ष के घर बरात लेकर पहुंचा तो भयंकर ड्रामा किया। वधू पक्ष ने ड्रामे का कोई विरोध नहीं किया और चुपचाप शादी की रस्में होने लगी। दूल्हा दुल्हन के घर के द्वार पर घोड़ी पर बैठ कर पहुंचा तो उस समय भी दूल्हे ने विकट शराब पी रखी थी। लेकिन हद तो तब हो गई जब दूल्हा दुल्हन का वरमाला रस्म होना था और दूल्हा का नशा अपनी चरम सीमा पर था जैसे ही दुल्हन स्टेज पर आई और दूल्हा दुल्हन के साथ अभद्रता करने लगा इस पर भी वर-वधू पक्ष और दुल्हन शांत रहे लेकिन फिर दूल्हे ने दुल्हन को स्टेज से धक्का दे दिया और जयमाला तोड़ दी। इस पर दुल्हन को गुस्सा आ गया और शादी से इंकार कर दिया।
दूल्हे की ऐसी हरकतें देख लड़की वालों ने विवाह करने से इंकार कर दिया और वर पक्ष के बारातियों को बंधक बना लिया । बारातियों के बाद वधू पक्ष के लोग रातभर बंधक बनाए अपने घर पर ही रखें रहे और फिर सुबह इसकी जानकारी लड़की पक्ष ने स्वयं पूर्व मेयर को दी।
इस मामले पर पूर्व मेयर ने एसपी को फोन लगाया और इस बात की जानकारी दी। एसपी ने पुलिस को आदेश दिया और पुलिस ने जाकर बारातियों को मुक्त करवाया और पुलिस वालों ने दोनों पक्षों की बातें सुनी और और दोनों पक्षों में समझौता कराया। समझौता ₹600000 वधू पक्ष को देने पर कराया । वधू पक्ष का कहना था कि ₹600000 उन्होंने दहेज में दिए थे, उन्हें वापस किया जाए। इससे 600000 पर समझौता हो गया और सभी बारातियों को मुक्त कर उनके घर भेज दिया गया।
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