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क्रिप्टो करेंसी का क्या भविष्य है? इस सवाल का जवाब देना फिलहाल मुश्किल लगता है, क्योंकि यह करेंसी कानूनी रूप से अभी लीगल(Legal) नहीं है। इस तरह की करेंसी का इस्तेमाल दुनिया में होना चाहिए या फिर नहीं होना चाहिए, इस पर किसी की भी एक जैसी राय नहीं है। लेकिन जिस तरह से दुनिया के कुछ देश क्रिप्टो करेंसी(Crypto Currency) को अपना रहे हैं। उससे तो यही लगता है कि करेंसी की परिभाषा बहुत जल्द बदलने वाली है।
हाल ही में बीते साल एल साल्वाडोर(El Salvador) के बिटकॉइन को अपनाने के बाद अफ्रीका का एक और देश इस कतार में शामिल हो गया है। सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक(Central African Republic) नाम के देश ने बिटकॉइन को अपनाकर खुद को दुनिया का ऐसा दूसरा देश बना दिया है, जो अब क्रिप्टो करेंसी को ऑफिशियल करेंसी(Official Currency) के तौर पे इस्तेमाल करेगा।
अब खबर आ रही है कि अमेरिकी प्रतिबंधों के वजह से क्यूबा(Cuba) के नागरिक अब एक्सचेंज(Exchange) के विकल्प के तौर पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। बताया जाता है कि करीब एक लाख क्यूबियाई डिजिटल एक्सचेंज का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। यह ग्रोथ तब है जब देश में इंटरनेट की पहुंच को महज 3 साल हुए हैं।
क्यूबा में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण यहां के नागरिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। PayPal, Revolut और Zelle Cuba जैसी सभी पेमेंट करने के ऑप्शन इन इलाकों में बैन है।
यही वजह है कि यहां पेमेंट ऑप्शन के तौर पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल बढ़ रहा है। क्यूबा में कैफे(Cafe) मालिक अब बिटकॉइन और एथेरियम को स्वीकार करने लगे हैं। हाल ही में क्यूबा के सेंट्रल बैंक(Central Bank) ने घोषणा की थी कि जल्द वे वर्चुअल ऐसैट्स सर्विस प्रोवाइडर(Virtual Assets Service Provider) को लाइसेंस(licence) जारी करना शुरू कर देंगे।
हालांकि क्यूबा में इस बात पर भी चर्चा हो रही थी, कि पेमेंट के लिए क्रिप्टो करेंसी को लीगल किया जाए या फिर नहीं। लेकिन लोगों ने तो डिजिटल करेंसी को हाथों हाथ ले लिया है। जिसका सीधा मतलब है कि जो प्रतिबंध अमेरिका द्वारा उन पर लगाए गए हैं। उनका कोई मायने नहीं है। क्योंकि पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर अब उनके लिए जरूरी ही नहीं है।
क्यूबा के आम लोगो के साथ-साथ सेलिब्रिटी भी क्रिप्टो की ओर रुख कर रहे हैं। क्यूबा के संगीतकार ऑनेस्टो ने कोविड 19 महामारी और प्रतिबंधों के कारण अपना बिजनेस गवा दिया। उन्होंने एनएफटी(NFT) यानी NON FUNGIBLE TOKEN का रुख कर लिया और अब वे अपना म्यूजिक, वीडियो और फोटो चैन पर स्टोर करते हैं, और उन्हें ऑनलाइन बेचकर पैसा कमाते हैं।
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अब स्थिति को समझें भले ही क्यूबा की छोटी दुकानों में क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करके देश पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को कुछ हद तक बाईपास(Bypass) किया जा सकता है, लेकिन जानकार मानते हैं कि सरकारों के लिए यह पूरी तरीके से व्यावहारिक नहीं है। भविष्य कैसा होगा करेंसी के तौर पर भारत सहित दुनियाभर में क्रिप्टो को लीगल किया जाएगा या नहीं इन सब चीजों पर अभी कुछ भी कह पाना बड़ा मुश्किल है।